Chandauli News:शिक्षक दिवस पर जनपद की इस तेजतर्रार शिक्षिका को मिला सम्मान,राष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रस्तुत किया शोधपत्र

प्रीति शर्मा को बेस्ट टीचर अवार्ड 2025
पूर्व में यूपी गौरव सम्मान से भी हो चुकी हैं सम्मानित

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चंदौली : शिक्षक दिवस के अवसर पर आयोजित उत्कृष्ट शिक्षक सम्मान समारोह 2025 में जनपद चंदौली की सहायक अध्यापिका प्रीति शर्मा को बेस्ट टीचर अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह समारोह न्यू ग्लोबल रिसर्च फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित हुआ, जिसमें वाराणसी मंडल ही नहीं बल्कि प्रदेश भर से चुनिंदा शिक्षकों ने प्रतिभाग किया।

समारोह का मुख्य आकर्षण ?गुरु?शिष्य परंपरा इन इंडियन एजुकेशन? विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी रही। इसमें विभिन्न जनपदों से आए शिक्षकों ने अपने विचार और शोधपत्र प्रस्तुत किए। चंदौली की ओर से कंपोजिट विद्यालय चंदौली सदर में कार्यरत सहायक अध्यापिका प्रीति शर्मा ने ?बेसिक एजुकेशन एंड डेवलपमेंट ऑफ चाइल्ड साइकोलॉजी? विषय पर अपना शोधपत्र प्रस्तुत किया। उनके प्रजेंटेशन की सराहना वहां मौजूद सभी विद्वानों और शिक्षाविदों ने की।आयोजकों ने कहा कि प्रीति शर्मा का शोधपत्र न केवल बच्चों की मनोविज्ञान संबंधी आवश्यकताओं पर केंद्रित था बल्कि उसमें बुनियादी शिक्षा के महत्व और आधुनिक शिक्षा पद्धति के समन्वय पर भी जोर दिया गया। यही कारण है कि उन्हें बेस्ट टीचर अवार्ड 2025 से नवाज़ा गया।

प्रीति शर्मा ने सम्मान प्राप्त करने के बाद कहा कि यह उपलब्धि सिर्फ उनकी नहीं बल्कि चंदौली के समस्त शिक्षकों और बच्चों की है। उन्होंने कहा कि शिक्षक का सबसे बड़ा पुरस्कार उसके विद्यार्थी की सफलता है। यह सम्मान मुझे और मेहनत करने की प्रेरणा देता है।इस अवसर पर विभिन्न जिलों से आए शिक्षकों और शिक्षाविदों ने भी प्रीति शर्मा को शुभकामनाएं दीं और उनके कार्य की प्रशंसा की। समारोह में मौजूद विशेषज्ञों का कहना था कि आज के दौर में जब शिक्षा व्यवस्था में निरंतर बदलाव हो रहे हैं, ऐसे में शिक्षकों का शोध और बच्चों की मनोवैज्ञानिक समझ बेहद जरूरी है।

गौरतलब है कि प्रीति शर्मा को इससे पूर्व भी ?यूपी गौरव अवार्ड? से सम्मानित किया जा चुका है। वह निरंतर बच्चों की प्रतिभा को निखारने और उन्हें नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत रहती हैं।समारोह के अंत में आयोजकों ने कहा कि ऐसे शिक्षक ही वास्तविक रूप से नई पीढ़ी के निर्माता होते हैं। प्रीति शर्मा जैसी प्रेरणादायी शिक्षिकाएं शिक्षा जगत के लिए आदर्श हैं और उनकी उपलब्धियां पूरे क्षेत्र के लिए गौरव का विषय हैं।