जिलाधिकारी का सख्त रुख: कलेक्ट्रेट निरीक्षण में उजागर हुई लापरवाही, अनुपस्थित अधिकारियों को नोटिस

कासगंजजिलाधिकारी प्रणय सिंह द्वारा आज कलेक्ट्रेट परिसर के कार्यालयों के औचक निरीक्षण में गंभीर प्रशासनिक लापरवाही सामने आई। निरीक्षण में कई कार्यालय बंद पाए गए जबकि कई अधिकारी समय पर अपने कर्तव्यस्थल पर अनुपस्थित थे।

स्थानीय निकाय कार्यालय सुबह 10:05 बजे बंद पाया गया। संबंधित लिपिक के 10:10 बजे पहुंचने पर उसे कार्यालय समय का पालन करने का निर्देश दिया गया। संग्रह अनुभाग में वी.पी. सक्सैना (सी.आर.ए.) का तैनाती स्थल पर अनुपस्थित पाए जाने पर नाराजगी जताई गई, जबकि अभिषेक अग्रवाल (ए.सी.आर.ए.) अपने कर्तव्यस्थल पर उपस्थित थे।

ई.आर.के. अनुभाग बंद पाया गया, जिसके संबंधित लिपिक को कार्यालय समय का पालन करने की चेतावनी दी गई। भूलेख अनुभाग में संजीव कुमार (भूलेख लिपिक) सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित थे, किंतु अभिलेखों का रखरखाव असंतोषजनक पाया गया। तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए गए।

शस्त्र अनुभाग में राजेश प्रकाश गुप्ता (आयुध लिपिक) की उपस्थिति दर्ज की गई, किंतु कार्यालय परिसर में सफाई व्यवस्था अपर्याप्त पाई गई। डूडा कार्यालय में सुरजीत सिंह (जिला समन्वयक) सहित सभी कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर गंभीर आपत्ति जताई गई।

औषधि कार्यालय के बंद पाए जाने तथा गेट को सूचना पट्ट के रूप में उपयोग किए जाने को अनुचित बताया गया। नजारत अनुभाग में राहुल अग्रवाल (नाजिर सदर) की अनुपस्थिति तथा कार्यालय में अव्यवस्था पर असंतोष व्यक्त किया गया।

पंचायत निर्वाचन कार्यालय में सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी सहित अधिकांश कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। जिला प्रोवेशन कार्यालय तथा जिला पूर्ति कार्यालय में भी इसी प्रकार की अनियमितताएँ देखी गईं।

अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) मजूर अहमद अंसारी को सभी अनुपस्थित कर्मचारियों के स्पष्टीकरण एक सप्ताह के भीतर प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया। निरीक्षण के समय उप जिलाधिकारी एस.एन. त्रिपाठी भी उपस्थित रहे।

जिलाधिकारी ने सभी संबंधित अधिकारियों को कार्यालयीन अनुशासन, समयपालन तथा कार्यालय प्रबंधन संबंधी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं। सभी अनुपस्थित अधिकारियों से तीन दिन के भीतर लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया है।