स्कूल की जमीन पर कब्जा कर बगरौड़ पंचायत करा रही निर्माण कार्य,कार्रवाई की मांग

पन्ना-जहां एक ओर शैक्षिक विकास को लेकर तमाम प्रयास किए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर बगरौड़ पंचायत द्वारा शैक्षणिक गतिविधियों को बाधित करने की कोशिश की जा रही है।पन्ना जिले के शाहनगर विकासखण्ड अंतर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल बगरौड़ की जमीन पर बगरौड़ पंचायत द्वारा दावा पेश करके कब्जा करने की कोशिश की जा रही है और स्कूल प्रबंधन की बिना अनुमति के निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसको लेकर बगरौड़ स्कूल प्रबंधन द्वारा बगरौड़ पंचायत को लिखित में सूचना देते हुए बताया है कि पंचायत द्वारा तत्काल रूप से स्कूल की जमीन से कब्जा हटाते हुए निर्माण कार्य को रोका जाए। जानकारी अनुसार स्कूल की जिस जमीन पर पंचायत द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है वह जमीन बगरौड़ स्कूल के अंतर्गत आती है जिस पर वर्षों पुराना स्कूल भवन बना हुआ था जिसकी हालत जर्जर एवं क्षतिग्रस्त होने की वजह से जिला पन्ना कलेक्टर द्वारा बगरौड़ स्कूल की जर्जर एवं क्षतिग्रस्त बिल्डिंग को गिराने का आदेश जारी किया था और स्कूल की जर्जर बिल्डिंग को गिराया गया लेकिन स्कूल की बिल्डिंग गिरते ही उस पर बगरौड़ पंचायत अपना कब्जा करना चाह रही है जिससे स्कूल प्रबंधन द्वारा आपत्ति जताते हुए पंचायत को निर्माण कार्य रोकने के लिए सूचना दी गई। बगरौड़ स्कूल के संकुल प्राचार्य रामप्रसाद अहिरवार द्वारा बताया गया कि स्कूल की जमीन पर पंचायत द्वारा किए जा रहे कब्जे और निर्माण कार्य को लेकर पंचायत को सूचित कर दिया गया है अगर पंचायत द्वारा आगे कोई निर्माण कार्य किया जाता है तो वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित कर कार्रवाई की मांग की जाएगी। इस मामले को लेकर ग्रामीणों ने जानकारी दी है कि जिस जमीन को लेकर पंचायत विभाग और स्कूल शिक्षा विभाग आपस में निर्माण करने को लेकर विवाद बढ़ा रहे हैं वह जमीन वर्षों से बगरौड़ स्कूल के अंतर्गत आती है।विवादास्पद जमीन पर पुराना स्कूल भवन बना हुआ था जिसे जर्जर होने की वजह से गिराया गया है। स्कूल प्रबंधन एवं ग्रामीणों की मांग है कि भविष्य को देखते हुए इस जमीन पर स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शैक्षिक गतिविधियों को संचालित करने के उद्देश्य से अतिरिक्त कक्षाओं का निर्माण करके शैक्षिक विकास में उपयोगी हो सकता है। स्कूल की यह जमीन पर बच्चों के खेल मैदान और शैक्षणिक गतिविधियों के लिए निर्धारित थी। विद्यालय प्रबंधन ने इस मुद्दे को लेकर चिंता जताई है और कहा कि बच्चों की पढ़ाई और खेलकूद पर इसका बुरा असर पड़ेगा।