कम्युनिटी रेडियो आरबीएल इंडिया 90.4एफएम का तीसरा स्थापना दिवस धूमधाम से संपन्न

रायबरेली।भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा संचालित इंदिरा नगर स्थित कम्युनिटी रेडियो स्टेशन आरबीएल इंडिया 90.4 एफएम का तीसरा स्थापना दिवस समारोह हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ।समारोह की अध्यक्षता प्रख्यात ग़ज़ल गायक कृष्ण कुमार श्रीवास्तव ने की,जबकि मुख्य अतिथि अपर जिला जज अनुपम शौर्य एवं विशिष्ट अतिथि वरिष्ठ चिंतक अखिल सिंधु उपस्थित रहे।कार्यक्रम का सफल संचालन रेडियो वार्तालाप विशेषज्ञ डॉ.संतलाल एवं कार्यक्रम अधिकारी अभिमन्यु सिंह द्वारा किया गया।समारोह की शुरुआत स्वागत भाषण से हुई,जिसमें रेडियो केंद्र के प्रबंधक मनीष श्रीवास्तव ने कहा कम्युनिटी रेडियो का उद्देश्य स्थानीय लोक संगीत,संस्कृति एवं कलात्मक परंपराओं का संरक्षण करना है।यह रेडियो प्रसारण का तीसरा मॉडल है,जो समुदाय की रुचियों और जरूरतों के अनुरूप कार्य करता है।रेडियो स्टेशन के कार्यक्रम अधिकारी अभिमन्यु सिंह ने 90.4आरबीएल इंडिया की स्थापना के उद्देश्य तीन वर्षों की उपलब्धियाँ एवं जन सहभागिता आधारित कार्यक्रमों की जानकारी साझा की।मुख्य अतिथि अनुपम शौर्य (अपर जिला जज) ने कहा रेडियो इस देश की संवाद परंपरा का मजबूत माध्यम रहा है।आकाशवाणी ने जहाँ 90 वर्ष पूरे किए हैं,वहीं कम्युनिटी रेडियो ग्रामीण भारत की चेतना बन चुका है।यह सेवा अन्ना विश्वविद्यालय,चेन्नई से 2004 में शुरू हुई और आज यह उन क्षेत्रों तक पहुँच चुका है जहाँ संचार के अन्य माध्यम दुर्लभ हैं।विशिष्ट अतिथि अखिल सिंधु ने कहा कि कम्यूनिटी रेडियो ने बहुत ही कम समय में अपनी अलग पहचान बनाई है।श्रम गीतों,लोकगीतों और जनजागरण के कार्यक्रमों को प्राथमिकता देकर यह रेडियो जनमानस से सीधे जुड़ गया है।अध्यक्ष कृष्ण कुमार श्रीवास्तव ने कहा समय की माँग पर खरा उतरा यह माध्यम हमारे सामाजिक सरोकारों का संवाहक बनकर उभरा है।यह जन-जन की आवाज बन चुका है।कार्यक्रम के दौरान कम्युनिटी रेडियो के संचालन में विशेष योगदान देने वाले प्रदीप प्यारे,परमहंस मौर्य, आस्था श्रीवास्तव,पूजा गुप्ता,पंकज गुप्ता,विजय कुमार शुक्ला,आर जे अंशिका सिंह,आर जे रितिक साहू और कार्यक्रम अधिकारी अभिमन्यु सिंह को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।जिसे अभिमन्यु सिंह ने प्रस्तुत किया।समारोह में बड़ी संख्या में श्रोतागण, स्थानीय कलाकार, सामाजिक कार्यकर्ता एवं आम नागरिक उपस्थित रहे।