कासगंज नगर पालिका में सभासदों का धरना दूसरे दिन भी जारी, उपस्थिति रजिस्टर की छाया प्रति न देने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी

कासगंज। नगर पालिका परिषद कासगंज में पारदर्शिता की मांग को लेकर सभासदों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा। बजट बोर्ड बैठक के उपस्थिति रजिस्टर की छायाप्रति न दिए जाने से नाराज सभासदों ने सोमवार को दूसरे दिन भी धरना जारी रखा। सभासदों ने साफ शब्दों में कहा कि जब तक दस्तावेज़ उपलब्ध नहीं कराया जाता, उनका आंदोलन और तेज होगा।

सभासदों का आरोप है कि नगर पालिका प्रशासन जानबूझकर उपस्थिति रजिस्टर को छिपा रहा है, जिससे प्रशासनिक कार्यों में अनियमितता की आशंका गहरा रही है। इस आंदोलन को लोकतांत्रिक मूल्यों और जनता के अधिकारों की रक्षा की मुहिम बताते हुए सभासदों ने नगर पालिका प्रशासन के रवैये को जनविरोधी करार दिया।

सभासद मनोज शाक्य ने कहा, "नगर पालिका प्रशासन की इस हठधर्मिता से साफ है कि कुछ न कुछ गड़बड़ है। दिनांक 24 जून 2025 को नगर पालिका परिषद, कासगंज में आयोजित बजट बोर्ड बैठक के उपरांत आज तक उस बैठक के उपस्थिति रजिस्टर की छायाप्रति हम सभासदों को उपलब्ध नहीं कराई गई है। हम सभी सभासदगण इस विषय को लेकर दिनांक 27 जून 2025 को उपजिलाधिकारी से व्यक्तिगत रूप से मिल चुके हैं, परंतु कोई स्पष्ट अथवा संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया। नगर पालिका की कार्यप्रणाली पर संदेह उत्पन्न होता है एवं बैठक में लिए गए निर्णयों की वैधता पर भी प्रश्नचिह्न लगते हैं। हम जनता के चुने हुए प्रतिनिधि हैं, और हमें रजिस्टर देखने का पूरा हक है। जब तक प्रति नहीं मिलती, हम पीछे नहीं हटेंगे।" वहीं, सभासद अभिषेक यादव ने चेतावनी दी, "यह आंदोलन जनता की आवाज है। नगर पालिका प्रशासन अगर अब भी नहीं जागा तो यह धरना पूरे शहर में फैल जाएगा।" सभासदों ने नगर पालिका प्रशासन से कड़े शब्दों में मांग की कि उपस्थिति रजिस्टर की प्रति तत्काल सार्वजनिक की जाए, वरना आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा।

धरने में सभासद मनोज कुमार, शील प्रिय विद्यार्थी, दीपक पांडे, रामखिलाडी यादव, प्रेमलता, सत्यवती और दिलीप कुमार ने हिस्सा लिया। सभासदों के समर्थन में स्थानीय निकाय सफाई मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष सोनू भण्डारी, हरवीर सिंह भारतीय, सुखराम, पूर्व सभासद परवेज अख्तर, आदेश यादव और दीपक कुमार भी मौजूद रहे।