हरदोई में बैंक कर्मचारियों का विरोध प्रदर्शन, आउटसोर्सिंग भर्ती को समाप्त करने की मांग, विभिन्न मांगे न पूरी होने पर 9 जुलाई को राष्ट्रव्यापी हड़ताल में शामिल होने का ऐलान

हरदोई। बैंकों में पर्याप्त स्थायी भर्ती, आउटसोर्सिंग और कांट्रेक्ट आधारित नौकरियों को समाप्त करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर हरदोई में बैंक कर्मचारियों ने गुरुवार शाम बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा पर विरोध प्रदर्शन किया। ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉइज एसोसिएशन (AIBEA) द्वारा आहूत इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में बैंककर्मी शामिल हुए और 9 जुलाई को प्रस्तावित एक दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल में भाग लेने की घोषणा की।

प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए वरिष्ठ बैंककर्मी नेता एवं इकाई मंत्री राकेश पांडेय ने कहा कि यह आंदोलन कर्मचारियों के अधिकारों और सार्वजनिक क्षेत्र की संस्थाओं को बचाने के लिए है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक बैंकों और बीमा कंपनियों को सुदृढ़ बनाया जाए, निजीकरण और विनिवेश की प्रक्रिया पर रोक लगे, बीमा क्षेत्र में 100% एफडीआई को रोका जाए, जनरल इंश्योरेंस कंपनियों के विलय को टाला जाए, बैंकिंग क्षेत्र में स्थायी भर्ती की जाए, आउटसोर्सिंग और अनुबंध आधारित रोजगार बंद हो, नई पेंशन योजना (NPS) को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना (OPS) को पुनः लागू किया जाए, बड़े कॉर्पोरेट कर्जदारों से वसूली के लिए सख्त कदम उठाए जाएं, आम ग्राहकों पर सेवा शुल्क का भार कम किया जाए, जीवन और स्वास्थ्य बीमा पर लगने वाला जीएसटी हटाया जाए, नई श्रम संहिताओं को लागू न किया जाए और ट्रेड यूनियनों के अधिकारों का उल्लंघन रोका जाए।

प्रदर्शन में अजय मेहरोत्रा, कौशलेंद्र शुक्ला, आनंद वर्मा, वीरबहादुर सिंह, गौरव सिंह, अनादि मिश्रा, अनिल कुमार, आशुतोष बडोला, सोनू, संतोष, विपिन गुप्ता, आनंद त्रिपाठी, संदीप और राघवेंद्र श्रीवास्तव समेत कई कर्मचारी मौजूद रहे।