श्रीगंगानगर में काव्य संग्रह ‘शब्दों की गूंथन’ का हुआ विमोचन

गंगानगर कला मंच एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद के संयुक्त तत्वावधान में हुआ कार्यक्रम
श्रीगंगानगर, 24मई 2025: गंगानगर कला मंच तथा अखिल भारतीय साहित्य परिषद के संयुक्त तत्वावधान में शनिवार को पुस्तक विमोचन समारोह का आयोजन किया गया। जवाहरनगर स्थित तपोवन ट्रस्ट द्वारा संचालित तपोवन कैरियर क्लासेज के सभागार में हुए इस कार्यक्रम में साहित्यकार मनीराम सेतिया के काव्य संग्रह ?शब्दों की गूंथन? का मुख्य अतिथि डॉ. भीमराव अम्बेडकर राजकीय विद्यालय के प्राचार्य डॉ. बलवन्त सिंह तथा तपोवन ब्लड बैंक अध्यक्ष उदयपाल झाझडिय़ा, चौ. बल्लूराम गोदारा राजकीय कन्या महाविद्यालय संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. श्यामलाल तथा कार्यक्रम अध्यक्ष तपोवन ट्रस्ट अध्यक्ष महेश पेड़ीवाल व समाजसेवी विजय कुमार गोयल द्वारा विमोचन किया गया। सर्वप्रथम अतिथियों ने माँ सरस्वती के चित्र समक्ष पुष्प अर्पित किए। अखिल भारतीय साहित्य परिषद जिलाध्यक्ष डॉ. रामनारायण शर्मा ने अतिथियों एवं आगंतुकों का स्वागत-अभिनंदन करते हुए कहा कि ?स्व? का यथार्थ बोध और उससे उपजी संवेदना की अभिव्यक्ति ही कविता है। कवि सेतिया की पुस्तक सामाजिक सरोकारों को समाहित करते हुए संवेदनात्मक प्रतिबद्धता का परिचय देती है। वरिष्ठ कवयित्री मीनाक्षी आहूजा ने कहा कि काव्य संग्रह ?शब्दों की गूंथन? में लेखक मनीराम सेतिया ने शब्दों को गूंथकर बड़े प्रभावी तरीके से कविता के आकार में ढाला है। उन्होंने सामाजिक व पारिवारिक रिश्ते, भाषा आदि सभी क्षेत्रों में कविताओं व गीतों के द्वारा समाज में नई चेतना एवं दिशा देने का सराहनीय कार्य किया है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए लेखक मनीराम सेतिया ने कहा कि मैंने अपनी भावनाओं को शब्दों का आकार देने की कोशिश की है तथा परिवार, समाज व सामान्य जनजीवन की विशिष्टताओं व समस्याओं को उजागर करने की कोशिश की है। उन्होंने अपनी स्वरचित कविताओं द्वारा समाज के वर्तमान हालातों पर प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि डॉ. बलवंत सिंह ने कहा कि ?शब्दों की गूंथन? में कविताओं का संकलन कवि की सामाजिक सरोकार के प्रति संवेदनात्मक प्रतिबद्धता का परिचय देती है। लेखक ने अपनी कविताओं एवं गीतों के द्वारा समाज में सकारात्मक योगदान दिया है। कार्यक्रम अध्यक्ष महेश पेड़ीवाल ने कहा कि ?शब्दों की गूंथन? काव्य संग्रह के लेखक मनीराम सेतिया ने समाज को जागृत करने का अनूठा प्रयास किया है, इसके लिए वे साधुवाद के पात्र हैं। उदयपाल झाझडिय़ा ने कहा कि ?शब्दों की गूंथन? में लेखक ने सभी विषयों को छूते हुए न केवल युवा पीढ़ी, अपितु सभी वर्ग के लिए संदेशात्मक दस्तावेज पेश किया है। यह काव्य संग्रह निसंदेह सबको पसंद आएगा। डॉ. श्यामलाल ने कहा कि सेतिया की कविताओं में लम्बे शैक्षणिक तथा सामाजिक अनुभव की महक मिलती है। उन्होंने अपनी कलम से मानवीय संवेदनाओं को कविताओं व गीतों द्वारा बखूबी व्यक्त किया है। विजय गोयल ने इस पुस्तक की विषय-वस्तु की सराहना करते हुए लेखक मनीराम सेतिया को शुभकामनाएं दी तथा समस्त पधारे हुए अतिथियों एवं आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में श्योजीराम केसरदेवी ट्रस्ट अध्यक्ष डॉ. ओपी गोयल, भारतीय शिक्षा एवं स्वास्थ्य विकास समिति अध्यक्ष रामसिंह सोढा, हिंदी प्रचार समिति अध्यक्ष जगीर चंद फरमा, हिमालय परिवार के जिला महामंत्री मदन अरोड़ा, प्रो. पीसी आचार्य, हरपाल सिंह, सुरेंद्र कुमार शर्मा, सेवानिवृत्त राजपत्रित अधिकारी कल्याण समिति अध्यक्ष इंजि. अर्जुन वधवा, सतपाल चराया, पीसी गर्ग, महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय नं. 5 पुलिस लाइन की प्रधानाचार्य रिम्पा तलवार, विद्यालय के एसडीएमसी सदस्यगण, अवतार सिंह मल्होत्रा, इंजि. बलजीत राणा, इन्दुभूषण चावला, अखिल भारतीय साहित्य परिषद जिलाध्यक्ष डॉ. रामनारायण शर्मा, बनवारी लाल शर्मा, डॉ. बलवंत सिंह, विजय कुमार गोयल, सेतिया के परिजन श्रीमती कृष्णा सेतिया, डॉ. राजेंद्र सेतिया, पुनीत सेतिया, डॉ. अशोक मिड्ढा, अजय मिड्ढा, अरूण ग्रोवर, डॉ. रेणू मिड्ढा, कृष्ण लाल मिड्ढा, शैलजा सेतिया, मीनाक्षी ग्रोवर, सहज मिड्ढा, नायरा ग्रोवर, कान्ता देवी ग्रोवर, अनाया सेतिया, रमेश मिड्ढा, मीनाक्षी सेतिया कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य मीनल कोचर, श्री अरोड़वंश वेलफेयर सोसायटी अध्यक्ष राजपाल पपनेजा, राजेश अरोड़ा, विनोद सिडाना, तपोवन वरिष्ठजन सेवा समिति अध्यक्ष मदन लाल जोशी, विनोद छाबड़ा, केएल पब्बी, चन्द्र शर्मा, हरिप्रकाश भादू सहित अतिथियों तथा अनेक संस्थाओं के पदाधिकारियों, सदस्यों व गणमान्य व्यक्तियों ने लेखक मनीराम सेतिया को शॉल ओढ़ाकर एवं सम्मान प्रतीक भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर राकेश मितवा, अरविंद जोशी, अरुण शर्मा, वीरेंद्र खुराना, ओमाराम, सुबोध शर्मा सहित गंगानगर कला मंच, अखिल भारतीय साहित्य परिषद पदाधिकारी, सदस्य एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। सफल मंच संचालन साहित्यकार मदन अरोड़ा ने किया