कथित ठेकेदार के अभद्र व्यवहार और नगर पालिका में भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच सभासदों ने डीएम को दिया सामूहिक त्याग पत्र

कासगंज। कासगंज शहर के वार्ड नंबर 3 में नगर पालिका द्वारा कराए जा रहे पुलिया निर्माण कार्य को लेकर बुधवार को शुरू हुआ विवाद गुरुवार को सियासी रंग ले चुका है। सभासदों ने कथित ठेकेदार सुनील गुप्ता मंत्री पर निर्माण में अनियमितताएँ, मारपीट, और जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल का आरोप लगाया है। नाराज़ सभासदों ने गुरुवार शाम जिलाधिकारी को सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया।

वार्ड नंबर 3 की सभासद सत्यवती के पुत्र दीपक कुमार ने बताया कि बुधवार शाम लगभग 4 बजे सुनील गुप्ता मंत्री पुत्र गंगाराम निवासी खड़ंजा देवीदास, कासगंज और उनके बेटे एकलव्य गुप्ता द्वारा पुलिया निर्माण का कार्य किया जा रहा था। दीपक ने आरोप लगाया कि निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग और मानकों का उल्लंघन हो रहा था। उनकी आपत्ति पर सुनील गुप्ता के साथ तीखी बहस हुई, और इस दौरान सुनील ने कथित तौर पर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया।

गुरुवार दोपहर सभासदों ने इसकी शिकायत नगर पालिका अध्यक्ष के पति राजेंद्र बौहरे से की। इसी दौरान सुनील गुप्ता वहाँ पहुँचे, और विवाद हिंसक हो गया। सभासदों का आरोप है कि सुनील ने उनके साथ मारपीट करने की कोशिश और जान से मारने की धमकी दी। नाराज़ सभासदों ने गुरुवार शाम 4 बजे जिलाधिकारी कार्यालय पहुँचकर सामूहिक इस्तीफा सौंप दिया।

दीपक कुमार ने कासगंज कोतवाली में सुनील गुप्ता के खिलाफ तहरीर देकर मारपीट, जातिसूचक शब्दों के इस्तेमाल, और धमकी देने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने की माँग की है। वहीं सभासदों ने आरोप लगाया कि सुनील गुप्ता न तो नगर पालिका का ठेकेदार हैं और न ही कर्मचारी, फिर भी उन्हें नगर पालिका अध्यक्ष और उनके पति राजेंद्र बौहरे के संरक्षण में निर्माण कार्य सौंपा गया। सभासदों का कहना है कि शिकायत करने पर उनके साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है। उन्होंने सुनील गुप्ता और नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की माँग की है। वहीं कासगंज नगर पालिका प्रशासन की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली है।

इस्तीफा सौंपने वालों में सत्यवती, दिलीप कुमार, प्रेमलता, गौरव यादव, रामखिलाड़ी, अभिषेक यादव, मनोज कुमार, किश्वर जहां, वाहिद, पिंकी, दीपक पंडा, शील प्रिय विद्यार्थी, अंजू यादव, और जितेंद्र सिंह शामिल हैं।