*एटा-पुलिस लाइन परेड ग्राउंड एवं पुलिस लाइन से सटे मोहल्लों में वॉर टाइम मॉक ड्रिल का किया गया आयोजन।

*एटा-पुलिस लाइन परेड ग्राउंड एवं पुलिस लाइन से सटे मौहल्लों में वॉर टाइम मॉक ड्रिल का किया गया आयोजन, इस दौरान आमजन को आपातकालीन परिस्थितियों जैसे युद्ध, आतंकी हमला या अन्य गंभीर संकट के दौरान अपनाई जाने वाली सावधानियों/सुरक्षात्मक उपायों तथा ब्लैक आउट के प्रति किया गया जागरूक-*
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एटा पुलिस लाइन में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार बेसिक शिक्षा विभाग उ0प्र0/मा0 प्रभारी मंत्री श्री संदीप सिंह, विधायक मारहरा श्री वीरेन्द्र सिंह लोधी, जिलाध्यक्ष श्री संदीप जैन, जिलाधिकारी श्री प्रेम रंजन सिंह, एसएसपी श्री श्याम नारायण सिंह के निर्देशन व सीडीओ डा0 श्री नागेन्द्र नारायण मिश्र, एडीएम वित्त एवं राजस्व श्री लालता प्रसाद शाक्य, एडीएम प्रशासन श्री सत्य प्रकाश, एएसपी श्री राज कुमार सिंह पर्यवेक्षण में पुलिस लाइन परेड ग्राउंड में वॉर टाइम मॉक ड्रिल का आयोजन कर आम जनमानस को आपातकालीन परिस्थितियों जैसे युद्ध, आतंकी हमला या अन्य गंभीर संकट के दौरान अपनाई जाने वाली सावधानियों/सुरक्षात्मक उपायों के प्रति जागरूक किया गया।
यह मॉक ड्रिल भारत की आपातकालीन तैयारियों को सशक्त बनाने और आम नागरिकों को जागरूक करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में कोई सीधा खतरा नहीं है, लेकिन सुरक्षा और सजगता के लिए पूर्व तैयारी अनिवार्य है। यह अभ्यास वास्तविक परिस्थितियों की नकल करते हुए आम जनता के जागरूकर करने हेतु कराया गया, ताकि नागरिक संकट की घड़ी में घबराने के बजाय अनुशासित, समझदार और प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया देना सीख सकें। इस ड्रिल का उद्देश्य न केवल प्रशासनिक तालमेल को परखना है, बल्कि लोगों में जागरूकता और आत्मविश्वास भी विकसित करना है, जिससे किसी भी आपदा या हमले की स्थिति में देश संगठित होकर सामना कर सके।


1. उक्त ड्रिल के अंतर्गत दिनांक 07.05.2025 को अपराहन 05.00 बजे से जनपद के जनपदीय पुलिस लाइन एवं पास के मोहल्ले रेस्क्यू संबंधी ड्रिल का आयोजन किया गया।

2. मॉक ड्रिल के दौरान सायरन बजने पर नागरिको को सुरक्षित स्थान पर पहुँचने हेतु की गयी गतिविधियाँ एवं बम फटने के पश्चात चपेट में आये नागरिको को प्रशासन व मेडिकल टीम द्वारा तत्काल सहायता उपलब्ध करायी गई एवं फायर सर्विस द्वारा आग लगने पर बचाव हेतु जानकारी देते हुए आग को बुझाया गया।

3. नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल के अंतर्गत सायंकाल 07.30 बजे से 07.40 तक बजे के मध्य हवाई हमले की चेतावनी प्रणाली के आकलन के लिए ब्लैक आउट किया गया अर्थात प्रकाश के ऐसे समस्त बिंदुओं को नियत अवधि के लिए प्रयोगात्मक रूप से बंद रखा गया, जिससे ऊंचाई से अथवा आसमान से हवाई हमलों के दौरान आबादी क्षेत्रों व संवेदनशील स्थानों को पहचाना न जा सके।

4. उपरोक्त हेतु दिनांक सायंकाल 07.30 बजे से तीन मिनट की अवधि तक जनपद में नगर निगम द्वारा संचालित पब्लिक एड्रेस सिस्टम, सिविल डिफेन्स द्वारा अनुरक्षित हैंड-हेल्ड सायरन एवं अन्य औद्योगिक प्रतिष्ठानों इत्यादि द्वारा अनुरक्षित 'सायरन व्यवस्था' का प्रयोग कर सायंकाल 07.30 बजे से लेकर 07.33 बजे के मध्य सायरन की तेज आवाज बजाई गई और इसे सुरक्षा मानकों के अनुसार तीन मिनट की अवधि में आवर्तन अर्थात हाई एवं लो पिच पर बजाया गया।

5. इसी प्रकार से पुनः सायंकाल 07.40 बजे 'ब्लैक आउट' अवधि की समाप्ति पर तीन मिनट का सायरन बजाया गया, परंतु इस बार सायरन की आवाज ऊंची-नीची नहीं की गई और वह निरंतर एक पिच पर रहते हुए तीन मिनट बाद बंद हो गया, जिससे यह संकेत मिल कि ब्लैक आउट की अवधि अब समाप्त हो गई है और लोग अपने घर के बाहर की लाइट अथवा प्रकाश इत्यादि सामान्य व्यवस्था अनुसार जला सकते है।

6. उपरोक्त अवधि में समस्त नागरिकों से बताया गया कि वे अपने घर के अंदर के विद्युत से संबंधित प्रकाशित हिस्सों के सापेक्ष यह सुनिश्चित करेंगे कि घर के अंदर की लाइट किसी भी दशा में घर के बाहर से न दिखे और इस हेतु वे शीशे आदि के दरवाजों पर पर्दा अथवा काले कागज इत्यादि का प्रयोग कर यह सुनिश्चित करेंगे कि घर का कोई भी प्रकाश दूर से अथवा ऊंचाई से प्रकाश के कारण पहचाना न जा सके। उपरोक्त अवधि में नगर निगम द्वारा अथवा अन्यथा संचालित समस्त सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्थाओं को बंद रखा गया, जिससे आबादी क्षेत्रों का चिन्हांकन हवाई साधनों से न किया जा सके।

7. ब्लैक आउट अवधि में विभिन्न शासकीय भवनों, निजी प्रतिष्ठानों एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के बाहर लगी बिल बोर्ड, स्कीन, होर्डिंग, साइन बोर्ड, फसाड लाइटिंग इत्यादि को बंद रखा गया, ताकि आबादी क्षेत्र की कोई पहचान हवाई साधन से न की जा सके।

8. आज आयोजित किया गया अभ्यास एक मॉक ड्रिल है एवं इसका उद्देश्य आबादी क्षेत्रों में इस बात की सजगता फैलाना है कि भविष्य में किसी हवाई हमले के युद्ध अथवा अन्य संभावनाओं की दशा में उन्हें किस प्रकार से कार्य व्यवहार करना होगा। इस ड्रिल के आकलन के लिए इस अवधि में नागरिकों एवं अन्य संस्थाओं द्वारा किए जाने वाले व्यवहार के विषय में नागरिक सुरक्षा के वालेन्टियर्स द्वारा सूचनाएं एकत्रित की जाएंगी और जिसके आधार पर अग्रेतर सुरक्षा व्यवस्थाओं व नीतियों को तैयार किया जाएगा।

9. ब्लैक आउट अवधि में समस्त नागरिकों यह भी बताया गया कि यदि किसी निजी वाहन से नगरीय क्षेत्र यात्रा कर रहे हैं तो वे उस अवधि में अपने वाहनों की हेड लाइट बंद कर सड़क के किनारे सुरक्षित स्थान में गाड़ी के अंदर की लाइट बंद करके दोबारा ब्लैक आउट की अवधि समाप्त होने के बाद सायरन बजने की प्रतीक्षा करेंगे। उपरोक्त अवधि में रेल संचालन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग आदि पर चलने वाले यातायात को नहीं रोका जाएगा और इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य बसावट के आबादी क्षेत्र में ब्लैक आउट का अभ्यास करना था, जिससे प्रतिकूल परिस्थितियों में नागरिकों को सुरक्षित रखा जा सके।

10. आम जन को बताया गया कि उपरोक्त अवधि में विद्युत की आपूर्ति बंद नहीं की जाएगी, परंतु समस्त नागरिकों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों, शासकीय कार्यालयों का नागरिक दायित्व होगा कि वे अपने आवासीय, व्यावसायिक अथवा सार्वजनिक परिसर में लगी हुई कोई भी लाइट, जिसका प्रकाश खुले में जाता हो अथवा दूर से देखा जा सकता हो, उसे उक्त अवधि में बंद रखा जाएगा।

11. इस विषय में दीर्घकालीन उपायों द्वारा समस्त महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों जैसे आयल डिपो, खाद्यान्नों के बड़े गोदाम, विद्युत गृह, बैराज इत्यादि एवं इसी प्रकार के अन्य नागरिक सुविधा के आधारभूत ढांचे को इस प्रकार से छ?द्मावरण (camouflage) किया जाएगा, जिससे उनकी पहचान न हो सके।

12. लोगो को इस बात से भी अवगत कराया कि उपरोक्त अवधि में सशस्त्र सेना बल के अधिकारियों से भी जिला प्रशासन एवं पुलिस कमिश्नरेट अधिकारियों का समन्वय, सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए रहेगा और गृह मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार जनपद के नागरिकों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों इत्यादि की सुरक्षा के लिए अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएंगी।
रिपोर्ट: रमेश जादौन एटा।