और जब एक साथ जली 6 लाशें रो पड़ा गांव-जवार,जिला

*और जब एक साथ जली 6 लाशें... रो पड़ा गांव-जवार,जिला*

कुशीनगर सड़क हादसा : रफ्तार ने ली 6 की जान

दिल्ली से आए थे तीन युवक भी चढ़े हादसे की भेंट

बारात में जाने के लिए देर रात को घर से ओमप्रकाश के कार से थे निकले

पडरौना,कुशीनगर । शादी समारोह में शामिल होने जा रहे बरातियों की गाड़ी रविवार की रात पेड़ से टकरा गई। इसमें दूल्हे के तीन चचेरे भाईयों समेत छह लोगों की मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल दो लोग जीवन और मौत से मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में जूझ रहे हैं। मृतकों के शव को आज जब पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार किया जा रहा था और एक साथ चिताए जली तो गांव ज्वार रो पड़ा ।
सोमवार को दोपहर में पोस्टमार्टम के बाद शव दरवाजे पर पहुंचा तो रिश्तेदारों और गांव वालों की भीड़ जुट गई, महिलाएं चीखने लगी, अंतिम संस्कार से पहले दरवाजे पर होने वाले पूजन के शव को अलग-अलग बयान पर लेकर गए छोटी गंडक नदी के रगरगंज घाट पर पहुंचे,जहां एक ही चिता पर सभी शव को जलाया गया, चिता में आग लगने के बाद घाट पर मौजूद लोगों की आंखें भर आई और परिवार के सदस्य दहाड़े मारने लगे।

रामकोला थाना क्षेत्र के नरायनपुर चरगंवा गांव निवासी विकास मद्धेशिया की बारात रविवार की शाम को नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के देवगांव के अमवा टोला निवासी राजेंद्र के घर गई थी।बारात में शामिल होने के दिल्ली से आए इसके चचेरे भाई योगेंद्र मद्धेशिया (35), इसका छोटा भाई हरेंद्र मद्धेशिया (30), रंजीत मद्धेशिया (28), मुकेश मद्धेशिया (32), राजकिशोर, कार चालक ओमप्रकाश (30),कुसमहा गांव के धुरचिया टोला निवासी 27 वर्षीय भीम यादव, योगेंद्र मद्धेशिया के बहनोई कसया थाना क्षेत्र के भठही गांव निवासी बजरंगी (32), बारात में जाने के लिए देर रात को घर से ओमप्रकाश के कार से निकले। कार अभी नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के भुजौली शुक्ल गांव के पास पहुंची थी कि अनियंत्रित होकर पेड़ में टकरा गई।टक्कर इतनी तेज हुई कि कार में सवार सभी लोग दब गए, सूचना पर आस-पास के गांव वाले और पुलिस पहुंची, हथौली, रॉड, डंडे के मदद से लोगों ने कार सवारों को बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली तो पुलिस गैस कटर मंगाई और एक घंटे प्रयास के बाद लोगों को किसी तरह बाहर निकाकर एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जिसमें राजकिशोर और बजरंगी को छोड़ सभी लोगों को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।दोनों घायलों का इलाज बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में चल रहा है। पोस्टमार्टम के बाद शव को लेकर पुलिस दरवाजे पर पहुंची। शव को देख सभी की पत्नी अचेत हो गई, गांव के युवा भी रो पड़े। घाट पर करीब ढाई बजे शव पहुंचा, एक चिता पर सभी शव को जलाए गए। सभी के परिजनों ने एक ही चिता पर अलग-अलग आग दिया।घाटनरायनपुर चरगंवा से सभी सभी चिंताए निकली तो रगरगंज घाट पर एक हजार से अधिक लोगों की भीड़ उमड़ गई,कई थानों की पुलिस भी घर से लेकर घाट तक तैनात रही। घाट पर जो दृश्य था, उसे देख वहां मौजूद लोगों केे मुंह से सिर्फ एक ही बात निकल रहा था भगवान यह क्या किए, घाट पर तल्ख धूप, चल रही हवा के बीच सिर पर को गमछे से छिपाए खामोश दिखे। छोटी गंडक नदी की लहरों की गड़गड़ाहट सन्नाटे को चीर रही थी।