पूर्वोत्तर रेलवे पर यात्री सुविधाओं के विकास एवं विस्तार के लिये इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ एवं सुविकसित किया जा रहा है

यात्री प्रधान पूर्वोत्तर रेलवे अपने उपभोक्ताओं को उन्नत यात्रा सुविधा उपलब्ध कराने के लिये सतत प्रयत्नशील है। पूर्वोत्तर रेलवे पर यात्री सुविधाओं के विकास एवं विस्तार के लिये इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ एवं सुविकसित किया जा रहा है। वित्त वर्ष 2024-25 में यात्रियों के प्लेटफॉर्मों पर संरक्षित एवं सुविधापूर्वक आवागमन हेतु फुट ओवर ब्रिज (एफ.ओ.बी.), लिफ्ट एवं उच्चतल के प्लेटफॉर्म का निर्माण एवं विस्तार का कार्य पूर्ण कर, यात्री जनता के लिये खोल दिया गया है। वित्त वर्ष 2024-25 में पूर्वोत्तर रेलवे के 10 स्टेशनों पर 23 लिफ्ट लगाये गये हैं। इसके अतिरिक्त 18 स्टेशनों पर फुट ओवर ब्रिज (एफ.ओ.बी.) तथा 19 स्टेशनों पर 21 उच्च-तल के प्लेटफॉर्म (नया/विस्तार) का कार्य पूर्ण किया गया।यात्री सुविधा हेतु पूर्वोत्तर रेलवे के 10 स्टेशनों इज्जतनगर पर 03, बरेली सिटी पर 02, गोमती नगर पर 04, सिद्धार्थ नगर पर 02, बनारस पर 03, वाराणसी सिटी पर 02, मैरवा पर 02, बलिया पर 02, सुरेमनपुर पर 02 तथा प्रयागराज रामबाग पर 01 लिफ्ट लगाया गया है।

वित्त वर्ष 2024-25 में इस रेलवे के 18 स्टेशनों गाजीपुर घाट, खुरहट, आजमगढ़, खोरासन रोड, मकरन्दपुर, दीदारगंज, बितरोई, किच्छा, घुघुली, प्रयागराज रामबाग, झूसी, गोंडा कचहरी, करनैलगंज, कस्तूरी, कठोला, मैजापुर, पटियाली एवं कप्तानगंज पर फुट ओवर ब्रिज (एफ.ओ.बी.) का निर्माण किया गया है। यात्रियों के सुगम आवागमन हेतु 19 स्टेशनों प्रयागराज रामबाग (02 अदद प्लेटफॉर्म), शहबाजकुली, बेलथरा रोड, लालकुआँ, रामनगर, किच्छा, बहेड़ी, बरेली सिटी, उझानी, बदायूँ, चौबेपुर, काशीपुर, बिलासपुर रोड, गुरसहायगंज, कन्नौज, बाज़पुर, घाघरा घाट, जरवल रोड एवं सरयू (02 अदद प्लेटफॉर्म) पर 19 उच्च-तल के प्लेटफॉर्म (नया/विस्तार) का कार्य पूर्ण किया गया।

इन फुट ओवर ब्रिज के माध्यम से यात्रियों को एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर आने-जाने में सहूलियत हो रही है साथ ही संरक्षा को बढ़ावा मिल रहा है। स्टेशनों पर एस्केलेटर एवं लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध होने से यात्रियों को एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर आने-जाने में सुविधा होती है साथ ही यात्री अपना सामान लेकर एक से दूसरे प्लेटफॉर्म पर आसानी से आ-जा सकते हैं। उच्चतल प्लेटफॉर्मों से ट्रेनों में चढ़ना/उतरना सुविधाजनक हो गया है।