तेज़ आंधी का कहर: गिरा पचास साल पुराना खजूर का पेड़, बड़ा हादसा टला; बिजली आपूर्ति ठप, लोगों में नाराज़गी

बिजनौर/स्योहारा: शुक्रवार की रात आई तेज़ आंधी और तूफान ने स्योहारा नगर सहित आस-पास के क्षेत्रों में भारी तबाही मचाई। नगर के मोहल्ला मिल्कियान (वार्ड 16) में करीब पचास साल पुराना खजूर का विशाल पेड़ तेज़ हवाओं की चपेट में आकर मोहम्मद आदिल के मकान पर जा गिरा। इस दौरान एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, क्योंकि गनीमत रही कि उस समय वहां कोई मौजूद नहीं था।

पेड़ गिरने की जोरदार आवाज़ से इलाके में दहशत फैल गई। हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन कई मकानों को नुकसान हुआ है। मोहल्ले के ही वार्ड 16 निवासी इक़बाल रूमानी के मकान का छज्जा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। मोहल्ले के अन्य घरों की दीवारों एवं छज्जों में भी दरारें आई हैं।

इस पेड़ के गिरने से मोहल्ले की विद्युत आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है। वार्ड 16 और 17 दोनों में बिजली आपूर्ति बाधित है, जिससे लोगों को पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए भी जूझना पड़ रहा है। गर्मी के चलते विशेषकर छोटे बच्चों और बुज़ुर्गों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

सबसे बड़ी चिंता की बात यह रही कि पूरी रात पूरे स्योहारा शहर में बिजली गुल रही और पूरा नगर अंधेरे में डूबा रहा। इस अंधेरे के कारण लोग पूरी रात बेचैनी में रहे और कई स्थानों पर सुरक्षा को लेकर भी चिंता का माहौल रहा।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि घटना के कई घंटे बाद भी न तो नगर पालिका की ओर से कोई कर्मचारी मौके पर पहुंचा और न ही विद्युत विभाग की टीम दिखाई दी। कॉल करने पर भी संबंधित विभाग के कर्मचारियों द्वारा फोन नहीं उठाया गया, जिससे लोगों में भारी नाराज़गी है।

इलाके में मुख्य सड़क पर पेड़ गिरने से यातायात भी पूरी तरह अवरुद्ध है। मोहल्ले वालों ने आरोप लगाया कि नगर पालिका 'ख़िदमत जारी' के दावों के बावजूद ज़मीनी स्तर पर कोई सक्रियता नहीं दिखाई दे रही है। विभागीय लापरवाही को लेकर मोहल्ले में आक्रोश का माहौल है और लोग जल्द से जल्द राहत कार्य शुरू करने, रास्ता साफ कराने और विद्युत आपूर्ति बहाल करने की मांग कर रहे हैं।<!--/data/user/0/com.samsung.android.app.notes/files/clipdata/clipdata_bodytext_250419_114421_269.sdocx-->