विश्व धरोहर दिवस पर चमक उठा रेलवे स्टेशन का हेरिटेज स्टीम इंजन

विश्व धरोहर दिवस पर चमक उठा रेलवे स्टेशन का हेरिटेज स्टीम इंजन

वर्ल्ड हेरिटेज डे पर रेलवे का यात्रियों व आम लोगों को विरासत के संरक्षण के प्रति जागरूक करने का प्रयास

गडरा रोड स्थित रेल संग्रहालय में भी आज विविध आयोजन

जोधपुर।सिटी रेलवे स्टेशन पर स्थापित एमजी स्टीम लोकोमोटिव विश्व धरोहर दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार को रंगरोगन व आकर्षक सजावट से चमक उठा।

इसके साथ ही उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल पर इस उपलक्ष्य में आयोजित किए जा रहे कार्यकमों की श्रृंखला में गुरुवार को दूसरे दिन 'विश्व धरोहर संरक्षण में भारतीय रेलवे की भूमिका' विषयक निबंध प्रतियोगिता भी आयोजित की गई।

जोधपुर मंडल के डीआरएम अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि 18 अप्रेल को विश्व विरासत दिवस के उपलक्ष्य में जोधपुर मंडल के ऐतिहासिक महत्व वाले एमजी स्टीम लोकोमोटिव जो लाखों रेलयात्रियों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है उसके रखरखाव व बेहतरीन सजावट,गडरा रोड रेलवे स्टेशन पर स्थित रेल संग्रहालय से यात्रियों में विरासत के प्रति संरक्षण की भावना विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

उन्होंने बताया कि जोधपुर मंडल की पर्यावरण एवं शक्ति विंग की अगुवाई में मनाए जा रहे विश्व धरोहर दिवस पर शुक्रवार को गडरा रोड रेलवे स्टेशन पर स्थित रेल संग्रहालय में निबंध प्रतियोगिता व संगोष्ठी आयोजित करने के साथ ही आमजन को संग्रहालय का भ्रमण करवा कर विरासत के प्रति उन्हें आकर्षित करने और उसके संरक्षण के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया जाएगा। इससे पहले गुरुवार को जोधपुर डीआरएम ऑफिस सभाकक्ष में 'विश्व धरोहर के संरक्षण में भारतीय रेलवे की भूमिका' विषयक निबंध प्रतियोगिता में अनेक रेलकर्मियों ने भाग लिया।

65 वर्षों बाद आज भी नए जैसा है भाप का हेरिटेज इंजन

जोधपुर रेलवे स्टेशन पर सर्कुलेटिंग एरिया में रखा गया भाप का इंजन एक हेरिटेज एमजी स्टीम इंजन है जो आवागमन करने वाले रेलयात्रियों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

यह लोकोमोटिव भारतीय रेलवे के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसे जोधपुर मंडल द्वारा संरक्षित किया जा रहा है।

भारतीय रेलवे के स्वर्णिम 150 साल पूरे होने पर सन 2002 में स्थापित यह इंजन भारतीय रेलवे के नेरोगेज रेलमार्ग पर अपनी सेवाएं दे रहा था और इसका निर्माण सन 1959 में यूगोस्लाविया की कंपनी स्लोवांसकी ब्रॉड द्वारा किया गया था। सफाई और रंगरोगन की पुनरावृत्ति के साथ ही इसका स्वरूप निखर गया है जिसके साथ सेल्फी लेने का रेल यात्रियों का क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है।