फिरोजाबाद के मोती नगर में बुनियादी सुविधाओं का टोटा, नारकीय जीवन जीने को मजबूर नागरिक

फिरोजाबाद, 2 अप्रैल 2025 ? फिरोजाबाद के हिमायुपुर क्षेत्र के मोती नगर के निवासी आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। सड़कें टूटी हुई हैं, जल निकासी की व्यवस्था नहीं है, गंदगी और जलभराव ने जीवन दूभर कर दिया है, पीने का साफ पानी तक उपलब्ध नहीं, और रात के अंधेरे में लाइट की कोई व्यवस्था नहीं। नगर निगम की लापरवाही से त्रस्त लोगों ने अब बड़ा आंदोलन छेड़ने का निर्णय लिया है

तेली महासभा फाउंडेशन के राष्ट्रीय महासचिव रश्मि कान्त राठौर के नेतृत्व में स्थानीय नागरिकों ने नगर निगम को चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो वे नगर निगम कार्यालय पर धरना देने को मजबूर होंगे

क्षेत्र की प्रमुख समस्याएँ

1. जलभराव और जल निकासी की गंभीर समस्या

  • इलाके में सही नालियों का निर्माण नहीं होने के कारण बारिश के पानी और घरों का गंदा पानी गलियों में भरा रहता है
  • गंदा पानी जमा होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड जैसी बीमारियों का खतरा बना हुआ है।
  • पानी की निकासी न होने से घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है, जिससे व्यापार, स्कूल और अन्य दैनिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं

2. टूटी सड़कें और नालियों की कमी

  • क्षेत्र में वर्षों से सड़कें नहीं बनीं, जिससे आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
  • कीचड़ और जलभराव के कारण दुर्घटनाएँ आम हो गई हैं
  • स्थानीय लोग टैक्स तो भर रहे हैं, लेकिन बदले में मूलभूत सुविधाएँ भी नहीं मिल रही हैं

3. कूड़ा प्रबंधन की बदहाल स्थिति

  • नगर निगम की कूड़ा उठाने की व्यवस्था असंतोषजनक है
  • जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे रहते हैं, जिससे बदबू और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।
  • कूड़ा न उठने से जलभराव और गंदगी की समस्या और गंभीर हो गई है

4. मच्छरों से बढ़ता स्वास्थ्य संकट, फॉगिंग व्यवस्था नदारद

  • क्षेत्र में फॉगिंग वाहन महीनों से नहीं आया, जिससे मच्छरों की संख्या खतरनाक स्तर पर पहुँच गई है।
  • लोगों को रात में चैन से सोना मुश्किल हो गया है और डेंगू-मलेरिया जैसी बीमारियों का डर बना हुआ है

5. पीने के पानी की भारी किल्लत

  • इलाके में पीने के साफ पानी की व्यवस्था नहीं है, जिससे लोगों को मजबूरी में दूषित पानी पीना पड़ता है।
  • नगर निगम द्वारा पानी के टैंकर तक नहीं भेजे जा रहे, जिससे महिलाओं और बच्चों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है

6. अंधेरे में डूबा इलाका, स्ट्रीट लाइट नहीं

  • सड़क किनारे स्ट्रीट लाइट नहीं होने से अंधेरे में दुर्घटनाओं और अपराध का खतरा बढ़ गया है
  • महिलाओं और बुजुर्गों के लिए रात में बाहर निकलना असुरक्षित हो गया है

नागरिकों की प्रमुख माँगें

क्षेत्र के नागरिकों ने नगर निगम से निम्नलिखित माँगें की हैं?

  1. जलभराव और जल निकासी की समस्या को तुरंत हल किया जाए और नई नालियों का निर्माण कराया जाए
  2. सड़कों और गलियों का पुनर्निर्माण जल्द से जल्द किया जाए
  3. नियमित रूप से कूड़ा उठाने और साफ-सफाई की व्यवस्था की जाए
  4. मच्छरों से बचाव के लिए नियमित फॉगिंग कराई जाए
  5. पीने के साफ पानी की व्यवस्था की जाए या कम से कम पानी के टैंकर भेजे जाएं
  6. सुरक्षा और रोशनी के लिए पर्याप्त स्ट्रीट लाइट लगाई जाएं

निगम कार्यालय पर धरने की चेतावनी

स्थानीय नागरिकों ने नगर निगम को एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है और कहा है कि यदि इस अवधि में समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो वे निगम कार्यालय के बाहर बड़े स्तर पर धरना देंगे

तेली महासभा फाउंडेशन के महासचिव रश्मि कान्त राठौर ने कहा कि "हमारे लोग सरकार को टैक्स देते हैं, लेकिन हमें बदले में बुनियादी सुविधाएँ भी नहीं मिलतीं। यह अन्याय अब और सहन नहीं किया जाएगा। यदि प्रशासन ने जल्द कोई कदम नहीं उठाया तो हमें मजबूरन सड़कों पर उतरकर आंदोलन करना पड़ेगा।"

अब देखने वाली बात होगी कि नगर निगम क्षेत्र के विकास को लेकर कोई ठोस कदम उठाता है या फिर नागरिकों को सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करना ही पड़ेगा