हल्की हवाओं ने खोली पोल- बालको के  राखड़ डेम से उड़ता राख, हजारों लोग प्रभावित

CITIUPDATE NEWS(संतोष सारथी)जिले के बालको अलमुनियम प्लांट के से निकलने वाली राख को भंडारित करने बालको नगर में निर्मित बांध ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। डैम ने ग्रामीणों का जीना दुश्वार कर रखा है। बालको प्रबंधन द्वारा नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए राखड़ डैम में राख डंप कर रही है। व्यापक इंतजाम तो दूर राख में पानी का छिड़काव तक नहीं हो रहा है। जिससे जहरीला राख उड़कर आसमान में बादल का रूप ले रहे हैं।

मौसम में हल्की हवा चलते ही आस-पास के लगभग दर्जन भर गांव में राख की आंधी में पट जाते है। जिससे यहां के ग्रामीण बेहद परेशान हैं, हालात यह हैं कि ग्रामीण आंगन में खाना नहीं बना पाते। उनकी त्वचा में खुजली का प्रकोप है जिससे ग्रामीणों में बालको प्रबंधन के खिलाफ खासी नाराज़गी देखी जा रही है। हवा चलने पर आसमान में राख का गुबार दिखाई दिया। पानी का छिड़काव नहीं होने से राख उड़कर आसमान में बादल का आकार ले रही हैं। जिससे आस- पास के लगभग दर्जन भर गांव प्रभावित हैं। सभी स्थानों पर जहरीले राख की बारिश हो रही है।
हालांकि पर्यावरण प्रबंधन के मामले में कंपनी जिस तरह के दावे कर रही है, ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है। ग्रीन बेल्ट के नाम पर कंपनी आखिर किस तरह से खर्च और मैनेंजमेंट कर रही है, यह लोगों के समझ से परे है।
लेकिन इधर राखड़ से लोगों के स्वास्थ्य पर जो बुरा असर पड़ रहा है। इस समस्या के समाधान की दिशा में प्रबंधन ने अब तक कोई पहल नहीं की है।