आईएएस अफसर से बढ़कर सहायक संचालक उद्यान..! 

दो वर्ष बाद कार्यालय पहुंचा तत्कालीन कलेक्टर का पत्र

उमरिया। वरिष्ठ अधिकारी के आदेशों की धज्जियां उड़ाना उद्यानिकी विभाग में रीतिरिवाज में शामिल हो चला है। वरिष्ठ कार्यालय से अधिकारियों द्वारा यदि आदेश जारी किया जाता है, तो उस पर अमलीजामा पहनाने की बजाय सहायक संचालक उद्यान झनक सिंह अपने रसूख के बल पर रद्दी की टोकरी में फेंक देते हैं। आईएएस अधिकारी के आदेश को न मानते हुए अपने संरक्षण में भ्रष्ट अधिकारी को संरक्षण देने का भरपूर प्रयास किया जाता है। मामला उद्यानिकी विभाग से जुड़े मनोज यादव के 2 इंक्रीमेंट तत्काल प्रभाव से रोकने का था, जिसे आज तक सहायक संचालक उद्यान द्वारा पालन नहीं किया गया और आदेश दफ्तर के फ़ाइल में धूल हांकते पड़ा रहा। सूत्रों के मुताबिक संभागायुक्त को हुई शिकायत में भी गुमराह करते हुए गलत जानकारी भेज दी गई।

दो साल गायब रहा आदेश ! :

तत्कालीन कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव द्वारा मनोज यादव वरिष्ठ उद्यान अधिकारी पाली की दो वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने का आदेश जारी किया गया था, किन्तु सहायक संचालक उद्यान ने कलेक्टर जिला उमरिया के इस आदेश का पालन न करते हुए डॉ मनोज यादव की दो वेतन वृद्धियां असंचयी प्रभाव से नहीं रोकी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कलेक्टर जिला उमरिया के पत्र को दो वर्षों तक आवक पंजी में भी इन्द्राज नहीं किया गया। जब जागरूक नागरिकों द्वारा मनोज यादव के कारनामों की शिकायत शुरू की गई तो आनन-फानन में पत्र को आवक पंजी में माह दिसंबर 2024 में इन्द्राज किया गया।

नए कीर्तिमान गढ़ने के फेर में जुटे जिम्मेदार :

उद्यानिकी विभाग में चल रहे सहायक संचालक के जंगलराज की लंबी फेहरिस्त है। जिस तरह से आवक जावक में दो-दो वर्षों के पत्रों का उल्लेख किया जाता हो, उससे अंदेशा जताया जा सकता है कि शायद कलेक्टर के आदेश कोई मायने नहीं रखते। सूत्र बतातें हैं कि मनमर्जी ढंग से कार्यालय को कृषकों के हित में छोड़कर अपने फायदे के हिसाब से चलाया जा रहा है। वहीं झनक सिंह ने अपने रसूख के बल पर पड़ोसी जिले शहडोल का भी प्रभार ले लिया है। जहां शायद अब दो जिले मिलाकर सहायक संचालक नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे।

इन्होंने कहा -

मेरे कार्यकाल के पहले का मामला है, जैसे ही जानकारी लगी मैंने लेटर मंगवा लिया है, आने वाले समय से कटौती की जाएगी। कार्यालय में लेटर नहीं था, जानकारी के बाद हमने लेटर मंगवाया है, अब आगे कार्यवाही की जाएगी। - झनक सिंह, सहायक संचालक, उद्यानिकी विभाग उमरिया