दफ्तर में धौंस दिखा रहा फर्जी डीआरपी शिवम..!

सरकारी कर्मचारियों से कार्यालय में आकर किया अभद्रता

उमरिया। जिले का उद्यानिकी विभाग फर्जी डीआरपी से हलकान हैं। इन दिनों विभाग में आपसी खींचतान से कृषकों को मिलने वाली योजनाएं या तो ठप्प पड़ी हुई हैं, या फिर मनमर्जी ढंग से पहले आओ और पहले पाओ की तर्ज पर चल रही हैं। मसलन विभाग में जो कार्य प्रणाली चल रही है, उसमें सहायक संचालक झनक सिंह चिर निद्रा में लीन होकर अपने खास सिपहसलार के इशारे में विभाग चला रहे हैं। विभाग में आकर अनैतिक व्यक्तियों के द्वारा बत्तमीजी की जा रही है, और सहायक संचालक अपने साहबगिरी में मशगूल हैं।

कर्मचारी नहीं सुरक्षित :

उद्यानिकी विभाग में महिला कर्मचारी के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है, तो वहीं कंप्यूटर ऑपरेटर को धमकाया जा रहा है। जिसकी शिकायत महिला कर्मचारी ने सहायक संचालक से की है, लेकिन उनके द्वारा अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बचहा निवासी शिवम जायसवाल द्वारा अपने आप को डीआरपी बताकर कृषकों से सरकारी योजना का लाभ उद्यानिकी विभाग से दिलाने के नाम पर हजारों रुपये वसूल किया जा रहा है। यही नहीं कार्यालय में पदस्थ महिला कर्मचारी से बत्तमीजी और दुर्व्यवहार पर भी उतारू है। जिसकी लिखित शिकायत महिला कर्मचारी द्वारा सहायक संचालक को दी गई है। वहीं शिवम जायसवाल कंपनी का प्रतिनिधि बनकर जबरन कार्यादेश जारी करने का दबाव कंप्यूटर ऑपरेटर पर बना रहा था, कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा मना करने पर उसके द्वारा बत्तमीजी से तेज आवाज में बहस शुरू कर दी गई। जबकि कंप्यूटर ऑपरेटर द्वारा सहायक संचालक उद्यान से चर्चा करने के लिये भी कहा गया। मामला तूल पकड़ता देख विभाग के ही सहकर्मी बीच बचाव में आये, जिसमें आवेशित शिवम जायसवाल द्वारा महिलाकर्मी पर भी अनर्गल टिप्पणी करते हुए दुर्व्यवहार किया गया।

सीएम हेल्पलाइन के नाम पर दबाव :

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक विभाग के कुछ जिम्मेदार अधिकारी और उनके खास कर्मचारियों के माध्यम से शिवम जायसवाल को जानकारी देकर सीएम हेल्पलाइन दर्ज करवाते हुए दबाव बनाया जाता है, तो वहीं मैदानी अमले के ऊपर झूठी शिकायत करने की धमकी देकर अपने चहेतों को कमीशन के फेर में लाभान्वित कराया जाता है। यही नहीं विगत वर्षों में हुई विभाग की गोपनीयता भंग के मामले में यदि शिवम जायसवाल के नम्बरों के सीडीआर को खंगाला जाए तो पूरा सच निकल के बाहर आ जाएगा कि आखिरकार किसके इशारे पर शिवम के द्वारा शिकवा शिकायत किया जाता है। उद्यानिकी विभाग में नियम और कायदों की आहुति दे दी गई है, और यहां पर झनक सिंह का जंगलराज चल रहा है, शायद यही वजह है कि कहीं कोई अधिकारी बाबू की खुलेआम गिरेबां पकड़ रहा है, तो कहीं फर्जी डीपीआर बनकर शिवम जायसवाल जैसे तथाकथित लोग आकर सरकारी कर्मचारियों से दुर्व्यवहार कर रहे हैं।लिहाजा यदि शिवम जायसवाल जैसे दलालों पर विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कार्यवाही नहीं करते हैं तो ऐसे में कर्मचारियों का मनोबल तो कमजोर होगा ही, वहीं ऐसे आवारा तत्वों के मंसूबों को बल मिलता रहेगा और विभाग से संचालित होने वाली योजनाओं का सही क्रियान्वयन होने में समस्या ज्यों का त्यों बनी रहेगी। वहीं किसान भी दलालों के फेर में अपने पसीने की गाढ़ी कमाई लुटाते रहेंगे।

इनका है -

शिवम जायसवाल नहीं उनकी सिस्टर डीआरपी थी, इसलिए वे काम करते थे। शिकायत मिली है जांच करवा रहा हूँ। मनोज यादव की पोस्टिंग पाली में है, वे अभी छुट्टी से आए हैं, हो सकता है अभी कंपनी वालों के साथ रहते हों। जांच करवाकर उचित कार्यवाही की जाएगी। बाकी आप अपने हिसाब से देख लीजिए। - झनक सिंह मरावी, सहायक संचालक, उद्यानिकी विभाग उमरिया