पाठक के ! अतिक्रमण पर चला प्रशासन का बुल्डोजर... ढहाया गया होटल का एक हिस्सा, सियासत की गलियारों में हवाएं तेज

सिटीअपडेट/उमरिया। बीते लगभग चार दिनों पहले से सूबे के चल रहे राजनैतिक घमासान में एक नया मोड़ आया है और सूबे के सत्ता पर विराजमान कमलनाथ सरकार के शिकंजे में संजय पाठक आ गए हैं। वहीं ऐसा लगता है कि कांग्रेस का हाथ छोड़ कभी भाजपा का दामन थामने वाले शिवराज सरकार के पूर्व मंत्री और विजयराघवगढ़ विधानसभा से वर्तमान भाजपा विधायक संजय पाठक की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं, अभी गत दिनों पहले जबलपुर कलेक्टर द्वारा सिहोरा में स्थित अगरिया दुबरिया आयरन कि खदानें बंद की गई थीं, की वहीं आज शनिवार को उमरिया जिले के बांधवगढ़ स्थित पाठक के सायना टाइगर रिसोर्ट के अतिक्रमणित भूमि पर उमरिया कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी के नेतृत्व में बुलडोज़र चलवाते हुए जितने क्षेत्र में अतिक्रमण किया गया था उसे भी गिरवाया गया।

जानिए कौन हैं संजय पाठक :

मध्यप्रदेश की राजनैतिक चेहरे और रसूखदार नेताओं में गिने जाने वाले संजय सत्येंद्र पाठक वर्तमान में एमपी के विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा से विधायक हैं. 1989 से छात्र राजनीति में सक्रिय। 1991 में जिला युवक कांग्रेस ग्रामीण जिला जबलपुर के महामंत्री। 1996 में जिला कांग्रेस कमेटी कटनी के महामंत्री। 2000-2005 में जिला पंचायत कटनी के अध्यक्ष। 2008 में म.प्र. कांग्रेस के महासचिव। अनेक आंदोलनों का नेतृत्व। सन् 2008 में तेरहवीं विधानसभा के सदस्य निर्वाचित। 2013 में उत्तराखण्ड/केदारनाथ त्रासदी में राहत कार्य के दौरान सैंकड़ों लोगों की जान बचाये जाने पर उत्तराखण्ड के राज्यपाल द्वारा सम्मानित। जनवरी, 2014 में भारतीय छात्र संसद द्वारा पुणे में "भारत के आदर्श युवा विधायक पुरस्कार-2013'' से सम्मानित। सन् 2013 में चौदहवीं विधानसभा में इण्डियन नेशनल कांग्रेस की ओर से सदस्य निर्वाचित एवं दिनांक 31 मार्च, 2014 को सदस्यता से त्याग-पत्र। अगस्त, 2014 के उप चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की ओर से पुन: सदस्य निर्वाचित। सदस्य के रूप में दिनांक 8 दिसम्बर, 2014 को शपथ ग्रहण की। श्री पाठक को 30 जून, 2016 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रि-परिषद में राज्य मंत्री के रूप में शामिल किया गया। सूबे में फ़िलहाल कांग्रेस की सरकार है और संजय पाठक भाजपा से विजयराघवगढ़ के विधायक हैं।

शासकीय भूमि पर पाठक का अतिक्रमण.! :

राजस्व अधिकारियों की मानें तो उमरिया कलेक्टर के नेतृत्व में राजस्व टीम ने बांधवगढ़ स्थित सायना टाइगर रिसोर्ट प्रबन्धक द्वारा अतिक्रमण की गई शासकीय भूमि पर अतिक्रमण हटाया है। मानपुर तहसीलदार विनय मूर्ति शर्मा का कहना है कि रिसोर्ट प्रबंधन द्वारा जो सरकारी भूमि पर अतिक्रमण था, उसमे पहले से ही प्रकरण चल रहा था जिसमें 11 फरवरी 2020 को बेदख़ली पारित की और उसी तारतम्य में बकायदा नोटिस देकर आज यहां पर कार्यवाही की है। श्री शर्मा ने यह भी बताया कि जो शासकीय खसरा नंबर 260 और 321 खसरा नंबर उसमें जो इनका स्ट्रक्चर था जिसको बनाकर इनके द्वारा अतिक्रमण कर रखा था उसको हटाया गया है। मानपुर तहसीलदार के अनुसार खसरा नम्बर 260 में 5 एकड़ भूमि पर अतिक्रमण था जिसमें सामने का गेट, एक हट और एक वुडेन गेट था जो कि हटाया गया है और पीछे 321 नंबर पर इन्होंने खेती करके अतिक्रमण किया हुआ था जो लगभग 2 एकड़ 38 डिसमिल का है जिसमें फसल की बुवाई कर और (फेंसिंग) बाउंड्री बनाकर अतिक्रमण किया गया था जिस पर अतिक्रमण हटाते हुए बेदख़ली के साथ हीं 55 हजार 5 सौ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।

पाठक का आरोप कहा बदले की भावना :

खदान कारोबारी से नेता बने और भाजपा सरकार में पूर्व मंत्री रहे पूर्व कांग्रेसी नेता संजय पाठक की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। प्रशासनिक अधिकारियों की मानें तो भले ही प्रशासन ने अवैध निर्माण तोड़ा, सरकारी जमीन मुक्त कराई लेकिन सालों से कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा की सरकार में मलाई खाते रहे संजय पाठक ने इन कार्रवाइयों को बदले की भावना से प्रेरित बताया और शनिवार को सोशल मीडिया पर अपना बयान अपलोड कर कहा कि उनकी और उनके परिवार की हत्या करने की साजिश हो रही है, साथ ही पाठक ने यह भी कहा कि वे भाजपा नहीं छोड़ेंगे। सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए विडियो में संजय पाठक ने कांग्रेस पर यह भी आरोप लगाया है कि काँग्रेस उनकी हत्या कराने का प्रयास कर रही है ताकि विधान सभा में संख्या बल कम हो जाए। पाठक ने कहा कि पहले खदान बंद की, अब रिसोर्ट तोड़ा है, परवाह नहीं मैं भाजपा के साथ हूँ और भाजपा के साथ रहूँगा। पाठक ने यह तक कह दिया कि काँग्रेस उनकी जान के पीछे पड़ी है जब वे एयरपोर्ट से लौट रहे थे तब कुछ संदिग्ध कारें जिसमें कई पुलिस वाले सादी वर्दी में उनका पीछा कर रहे थे, उनके चालक की समझदारी से पाठक वहाँ से निकल गए, उसके बाद करीब 60 लोगों ने उनके घर को घेरा।
अलबत्ता पाठक के बांधवगढ स्थित रिज़ॉर्ट पर सुबह सुबह प्रशासन की कार्यवाही के बाद आंकलन लगाया जा रहा है कि संजय पर आपरेशन मिडनाइट में शामिल होने पर कमलनाथ सरकार भड़की हुई है।