सहायक संचालक ने विभाग में पाल रखा गुंडा..! 

गिरेबां पकड़ दी धमकी, भयभीत बड़े बाबू

उमरिया। उद्यानिकी विभाग उमरिया में लोकसेवकों के कारनामे भ्रष्टाचार से ऊपर अब गुंडई पर आ चुकी है। भ्रष्टाचार करने वर्चस्व की लड़ाई में ईमानदार बाबू को इसका खामियाजा उठाना पड़ रहा है। ऐसी घटनाओं से अंदेशा जताया जा रहा है कि सहायक संचालक झनक सिंह मरावी का अपने अधीनस्थ कर्मचारियों पर कोई लगाम नहीं है, या फिर यह कहा जा सकता है, की सहायक संचालक उद्यान झनक सिंह के संरक्षण में ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी विकासखण्ड पाली डॉ मनोज यादव को कर्मचारियों से गुंडा गर्दी करने का खुला संरक्षण मिला हुआ है। सूत्रों की माने तो अभी दफ्तर में ही गुंडई भारी पड़ रही थी, लेकिन अब बेख़ौफ़ सड़क पर भी विभागीय कर्मचारियों को डराया और धमकाया जा रहा है। लेकिन अपने जेब में सहायक संचालक और भोपाल स्तर के अधिकारियों को रखने का दावा करने वाले शासकीय कर्मचारी मनोज यादव सिविल सेवा आचरणों की धज्जियां उड़ा रहा है, जिस पर अंकुश लगा पाने में सहायक संचालक झनक सिंह असमर्थ साबित हो रहे हैं।

ये है मामला :

दरअसल विभाग के बड़े बाबू अजीजुर्रहमान न्यू ज्वालामुखी कॉलोनी उद्यानिकी विभाग के ही एक कर्मचारी मस्तराम सिंह के घर विभागीय कार्यों से गए हुए थे, और वहां से लौटते हुए रास्ते में उद्यानिकी विभाग का कर्मचारी मनोज यादव ने आ रहे बड़े बाबू के पैर में अपने बाइक से ठोकर मार दी। मामला यहीं तक नहीं रुका, बल्कि मनोज यादव द्वारा अपने रसूख और सहायक संचालक का संरक्षण पर मोहर लगाते हुए बड़े बाबू अजीजुर्रहमान का गिरेबां पकड़कर अपनी ओर खींचा। मनोज यादव के इस हरकत से भयभीत और सहमे बड़े बाबू वापस विभाग के कर्मचारी के घर की ओर लौटे, लेकिन मनोज यादव द्वारा उन्हें वापस बुलाकर उनका हाथ पकड़कर धमकी दी गई। मनोज यादव के साथ विभाग के एक और कर्मचारी मस्तराम उनके बाइक पर सवार थे, जो कि उक्त घटना के चश्मदीद गवाह हैं।

पाली में पदस्थापना मुख्यालय में गुंडागर्दी :

प्राप्त जानकारी अनुसार मनोज यादव की पदस्थापना बतौर ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी विकासखण्ड पाली में है, जहां कृषकों की समस्या का निदान करने की बजाय मनोज यादव जिला मुख्यालय में विभागीय कर्मचारियों से गुंडागर्दी करते घूम रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार मनोज यादव पाली में न रहते हुए जिला मुख्यालय में ही बने रहते हैं। जिस तरह से सहायक संचालक की असमर्थता से ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी विभाग के कर्मचारियों से गुंडागर्दी करते घूम रहा है, कहीं न कहीं सहायक संचालक का खुला संरक्षण होने का यही प्रमाण है।

इन्होंने कहा -

सहायक संचालक उद्यान को घटना से अवगत कराने और उस पर प्रतिक्रिया लेने के लिए संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।
- झनक सिंह मरावी, सहायक संचालक उद्यान, उमरिया