एफपीओ बनाकर किसान अपने जैविक उत्पादों की बिक्री करें :रवि कुमार पुढ़ीर नमामि गंगे योजना प्रभारी

जैविक खेती कर बाजार पर निर्भरता घटानी है : मास्टर ट्रेनर बीरेन्द्र कुमार यादव

ग्रीनरी एग्री बिजनेस ने अमिलिहापाल मे आयोजित किया जैविक मेला

किसानों को मिली जैविक खेती पशुपालन औषधीय खेती फूलों की खेती व विभागीय योजनाओं की जानकारी

फतेहपुर।नमामि गंगे योजनान्तर्गत जैविक मेला कार्यक्रम के तहत कृषि विभाग फतेहपुर के सौजन्य से सहयोगी संस्था ग्रीनरी एग्रीबिजनेस प्राईवेट लिमिटेड हिमाचल प्रदेश द्वारा विकासखण्ड हथगाम के अमिलिहापाल गांव में एकदिवसीय जैविक मेला व प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।मेला प्रांगण में भृगु आर्गेनिक द्वारा नमामि गंगे योजना के तहत किसानों के अन्न,दाल,सब्जियों,फलों सहित जैविक खाद,बीज और कीटनाशक बनाने की तकनीकों का प्रदर्शन किया गया।किसानों के उत्पादों व कृषि विभाग के स्टाल लगाए गये।वहीं जैविक/प्राकृतिक के मास्टर ट्रेनर बीरेन्द्र कुमार यादव ने किसानों को संस्था के सदस्यों के साथ जीवामृत बनाने की विधि का सजीव प्रदर्शन किया।किसानों को कम लागत में बिषमुक्त व अधिक उत्पादन की जानकारी दी।फेरोमेन ट्रेप का उपयोग बताया।उन्होने बाजारवाद से हटकर खुद को उपभोक्ता न बनकर उत्पादन पर जोर देने की बात कही। प्राकृतिक खेती प्रशिक्षक रमाकांत त्रिपाठी ने जैविक कार्बन बढाने पर जोर दिया।बिषमुक्त उत्पादन व जीवामृत बनाने पर जोर दिया।उन्होने देशी गाय के खेती मे महत्व के बारे में बताया।नमामि गंगे योजना के प्रभारी रवि कुमार पुढ़ीर ने किसानों को नमामि गंगे योजना के अन्तर्गत जैविक खेती की योजना पर चर्चा की।उन्होने किसानों को अधिक मुनाफा वाली फसलें उगाने को कहा। उन्होंने क्लस्टर वाले किसानों को एफ पी ओ गठन कर अपने जैविक उत्पादों की बिक्री करने की सलाह दी।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व सयुंक्त कृषि निदेशक भारत सरकार ओ पी वर्मा ने किसानों को खेती में खाद प्रबन्धन और कीट नियंत्रण की उपयोगी जानकारी दी।खागा संभाग से कृषि विभाग के एस एम एस सूरज कुमार ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी।अमित कुमार ने औषधीय व सगन्ध खेती ,फूलों की खेती व वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग कर जैविक खेती में अच्छा लाभ पाने की जानकारी दी।उन्होनें महिलाओं को जैविक खाद बनाने पर जोर दिया।कहा कि महिलाएं ही परिवार में अच्छे से खेती सम्भालती है अगर वे सहयोग करें तभी जैविक खेती अच्छे से होगी।डा शिवमंगल सिंह ने नीम आधारित खेती व बिषमुक्त अनाज भण्डारण की जानकारी दी।क्यू मार्क इंटरनेशनल सर्टिफिकेशन से रितुराज ने पीजीएस प्रमाणीकरण के बारे में बताया।उन्होने बताया कि जैविक खेती प्रमाणीकरण कराने से उत्पाद अधिक मूल्य में बिकेगें और किसान अपनी आय में बढ़ोत्तरी कर सकते हैं। ग्रीनरी एग्री बिजनेस से सीनियर एग्ज्यूटिव अनिल ठाकुर व योजना प्रभारी रमेश कुमार पटेल के साथ राहुल सिंह,विकास कुमार,अनुपम सिंह,कमल सिंह,बृजेश यादव मौजूद रहे।वहीं मंच संचालन कर रहे शिवसिंह सागर द्वारा किसानों को कार्यक्रम व वक्ताओं की जानकारी दी गयी।तीन सौ से अधिक महिला व पुरूष किसानों ने इस मेला में भाग लिया।