बेटी होने पर उधारी चुकाने के लिए किरायेदार को बीवी दे देने का आरोप आईजी के आदेश पर हुआ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज

बरेली। एक महिला के साथ उसके पति और ससुराल वालों ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं। चौथी बेटी के जन्म पर उसे अस्पताल में छोड़कर भाग गए, जिससे नवजात ने छह घंटे बाद दम तोड़ दिया। जब महिला ससुराल लौटी, तो पति ने उसे किरायेदार के हवाले कर दिया, जिसने उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता एक महीने से न्याय के लिए भटक रही थी और आखिरकार बुधवार को इज्जतनगर थाने में मामला दर्ज हुआ महिला की शादी नौ साल पहले नवाबगंज के एक युवक से हुई थी। शादी के बाद से ही ससुराल वाले कम दहेज का ताना देने लगे। पहली बेटी के जन्म पर ताने और प्रताड़ना बढ़ गई। दूसरी बार गर्भवती होने पर उचित देखभाल न मिलने के कारण मृत बच्ची का जन्म हुआ। ससुरालियों ने जोर देना शुरू किया कि अगली संतान बेटा होनी चाहिए। तीसरी बार बेटी के जन्म पर पति ने मारपीट शुरू कर दी और दोनों बेटियों से दूरी बना ली। ससुरालियों ने धमकी दी कि यदि बेटा नहीं हुआ तो रिश्ता खत्म कर दूसरी शादी कर देंगे। सात सितंबर को चौथी बेटी के जन्म पर महिला को अस्पताल में छोड़ दिया गया। गर्भावस्था के दौरान हुई प्रताड़ना के कारण बच्ची बीमार थी और छह घंटे बाद उसकी मौत हो गई। डर के मारे मायके न जाकर महिला ससुराल लौटी, लेकिन वहां फिर से अत्याचार शुरू हो गया। एक नवंबर की रात पति ने किरायेदार के साथ शराब पी और उसे कमरे में भेजकर बाहर से दरवाजा बंद कर दिया। पति ने कहा, ?इसके कुछ रुपये उधार हैं, जो कहे वही करो किरायेदार ने महिला के साथ दुष्कर्म किया। महिला ने कई बार थाने में शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अंततः आइजी के आदेश पर इज्जतनगर थाने में पति, सास, ननद और किरायेदार के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, दुष्कर्म, धमकी और मानसिक प्रताड़ना के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।