जैविक खेती से होगी कम लागत में अधिक और बिषमुक्त पैदावार

हथगांम ब्लाक के करमोन गांव में आयोजित किया गया एकदिवसीय जैविक मेला व प्रदर्शनी

फतेहपुर।नमामि गंगे योजनान्तर्गत जैविक मेला कार्यक्रम के तहत कृषि विभाग फतेहपुर के सौजन्य से सहयोगी संस्था ग्रीनरी एग्रीबिजनेस प्राईवेट लिमिटेड हिमाचल प्रदेश द्वारा विकासखण्ड हथगाम के करमोन गांव में एकदिवसीय जैविक मेला व प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।मेला प्रांगण में भृगु आर्गेनिक द्वारा नमामि गंगे योजना के तहत किसानों के अन्न,दाल,सब्जियों,फलों सहित जैविक खाद,बीज और कीटनाशक बनाने की तकनीकों का प्रदर्शन किया गया।किसानों के उत्पादों व कृषि विभाग के स्टाल लगाए गये।वहीं जैविक/प्राकृतिक के मास्टर ट्रेनर बीरेन्द्र कुमार यादव ने किसानों को संस्था के सदस्यों के साथ जीवामृत बनाने की विधि का सजीव प्रदर्शन किया।किसानों को कम लागत में बिषमुक्त व अधिक उत्पादन की जानकारी दी गयी।प्राकृतिक खेती प्रशिक्षक रमाकांत त्रिपाठी ने जैविक कार्बन बढाने पर जोर दिया।बिषमुक्त उत्पादन व जीवामृत बनाने पर जोर दिया।वहीं मास्टर ट्रेनर बीरेन्द्र यादव ने पशुपालन और जैविक खेती पर लागत घटाने के लिए फेरोमेन ट्रैप ,जैव रसायन के उपयोग पर जोर दिया।उन्होने देशी गाय के खेती मे महत्व के बारे में बताया।कृषि विभाग खागा संभाग के एस एम एस विनय कुमार ने किसानों की किसान सम्मान निधि की समस्याओं का समाधान किया।कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व सयुंक्त कृषि निदेशक भारत सरकार ने किसानों को खेती में खाद प्रबन्धन और कीट नियंत्रण के उपयोगी जानकारी दी। औषधीय व सगन्ध खेती के बारे में अमित कुमार ने तुलसी,अश्वगंधा,कालमेघ,खस,पामरोशा,सतावर,किनोवा,कैमोमाइल व रजनीगंधा,गुलाब,मोगरा व ग्लेडियोडस फूलों की खेती पर विस्तार से जानकारी दी। क्यू मार्क इंटरनेशनल सर्टिफिकेशन से रितुराज ने पीजीएस प्रमाणीकरण के बार में बताया।उन्होने बताया कि जैविक खेती प्रमाणीकरण कराने से उत्पाद अधिक मूल्य में बिकेगें और किसानअपनी आय में बढ़ोत्तरी कर सकते हैं। ।ग्रीनरी एग्री बिजनेस से सीनियर एग्ज्यूटिव अनिल ठाकुर व योजना प्रभारी रमेश कुमार पटेल के साथ राहुल सिंह,विकास कुमार,अनुपम सिंह,बृजेश यादव,ग्राम प्रधान करमोन प्रतिनिधि रामशरण जी मौजूद रहे।वहीं मंच संचालन कर रहे शिवसिंह सागर द्वारा किसानों को कार्यक्रम व वक्ताओं की जानकारी दी गयी।भारी संख्या में महिला व पुरूष किसानों ने इस मेला में भाग लिया।