गदागंज लूट कांड का अंजाम दो सप्ताह के अंदर सलाखों के पीछे लुटेरे

शौकीन,इरशाद,दिलशाद ने रची थी ट्रक ड्राइवर के साथ 3 लाख लूट की वारदात

प्रयागराज के धर्मराज के साथ खुद के जनपद के दिलशाद ने प्रतापगढ़ के लूटेरों के साथ रची थी दास्तान

गदागंज,रायबरेली।आलोचनाओं के हासिए का शिकार हुई गदागंज पुलिस की कार्य पद्धति में सख्त मिजाजी का रुख स्पष्ट होता दिखाई दे रहा है।एक तरफ जहां संपूर्ण जनपद के विभिन्न थानों में लूट की घटनाओं से भय का माहौल व्याप्त है।तो दूसरी और गदागंज पुलिस के लूट कांड के खुलासे से गैर जनपदीय लूट गैंग गिरोह को गदागंज पुलिस के द्वारा सलाखों के पीछे भेज कर अपराधियों की कमर तोड़ने का काम किया है।बीते माह गदागंज थाना क्षेत्र के झासवा मोड़ के पास प्रयागराज के ट्रक ड्राइवर धर्मराज त्रिपाठी के साथ उक्त स्थान पर ट्रक रुका कर ₹300000 की लूट को अंजाम दिया गया।जिससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई और पुलिसिया कार्य पद्धति पर सवाल खड़े होने लगे।लेकिन आलोचनाओं का शिकार हुई गदागंज पुलिस ने महज दो सप्ताह के अंदर हुए लूट कांड का खुलासा करते हुए लुटेरों को बेनकाब कर दिया।प्रभारी राकेश चंद्र आनंद की अगुवाई में महामाया मोड़ के पास से उक्त घटना को अंजाम देने वाले शौकीन ,इरशाद,दिलशाद,प्रतापगढ़ और प्रयागराज के रहने वाले तीनों की धर पकड़ शुरू की और अंततःजाकर महामाया मोड़ के पास से तीनों अपराधियों को पकड़ने में पुलिस कामयाब हो गई।जिनके पास से अवैध हथियार भी बरामद किए गए और लूटेरों के द्वारा कबूलनामा किया गया कि प्रयागराज से लेकर निकले 3 लाख की रकम का पीछा करते हुए कुख्यातों ने गदागंज क्षेत्र में घटना को अंजाम दिया।लेकिन रविवार को गदागंज पुलिस ने तीनों अपराधियों को गिरफ्तार करके हवालात के हवाले कर कर कानून का इकबाल बुलंद करने में सफल साबित हुए और आलोचनाओं का शिकार हुए थाना प्रभारी की कार्यशैली की सराहना आम जनमानस में होने लगी।