कजरी महोत्सव में निर्णायक मंडल के निर्णय से कलाकारों में दिखी नाराजगी,शानदार प्रस्तुति करने वाले कई गायक दिखे नाखुश

चकिया- श्री कृष्ण की बरही व बाबा वनवारी दास व बाबा लतीफशाह मेले के उपलक्ष्य में नगर में वट वृक्ष तले विराट कजरी महोत्सव में लोकगीत कलाकारों ने जिस तरीके से अपनी तमाम प्रस्तुतियों के माध्यम से लोगों को देर रात तक रोक रखा था। और दर्शक भी उनके प्रस्तुतियों पर मंत्र मुक्त होकर खूब तालियां बजाते रहे वह आनंद लेते रहे। लेकिन कार्यक्रम के अंत में निर्णायक मंडल द्वारा निर्णय आने के बाद कार्यक्रम का आनंद किरकिरा हो गया।

निर्णय आने के बाद कजरी महोत्सव में अच्छी प्रस्तुति करने वाले कलाकारों ने निर्णायक मंडल के निर्णय को गलत बताते हुए नाराजगी व्यक्त की। निर्णायक मंडल में मनोज द्विवेदी मधुर, सुभाष प्रजापति सहित तीन लोग चयनित किए गए थे। जिनके निर्णय से कई कलाकार नाखुश दिखे। कलाकारों ने कहा कि इस मंच पर अच्छी प्रस्तुति करने वाले कलाकारों को ना तो कोई स्थान मिला है नहीं सांत्वना पुरस्कार में ही जगह दी गई है। इससे कलाकारों का मनोबल बढ़ता नहीं बल्कि और घट जाता है। कलाकारों ने कहा कि जिस तरीके से इतना शानदार कार्यक्रम देर रात तक चलता रहा लेकिन लास्ट में कजरी महोत्सव का पूरा आनंद ही किरकिरा हो गया।हालांकि इसकी चर्चा बाजार के लोगों में भी रही।