हरदोई में स्वतंत्रता दिवस पर जलेबी खाने से बिगड़ी 14 बच्चों की हालत, कार्यक्रम के बाद स्कूल में बांटी गई थी जलेबी, उल्टी और पेट दर्द होने से सीएचसी में कराया गया भर्ती

हरदोई। कछौना विकास खंड के नेरा कंपोजिट विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बच्चों को जलेबी वितरित की गई। जिन्हें खाने के बाद 14 बच्चों की अचानक तबीयत बिगड़ गई। बच्चों को पेट दर्द और उल्टी, दस्त की शिकायत के बाद आनन-फानन में सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कछौना में भर्ती कराया गया। जहां पर सभी का इलाज चल रहा है, मौके पर एसडीएम पहुंची है।

घटना कछौना विकास खंड के नेरा कंपोजिट विद्यालय की है। जहां पर गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस पर स्कूल कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम होने के बाद बच्चों को जलेबी वितरित की गई। जलेबी खाने के बाद कुछ ही देर में 14 बच्चों की तबीयत खराब हो गई। पेट दर्द और उल्टी की शिकायत के चलते सभी बीमार बच्चों को कछौना सीएचसी में भर्ती कराया गया। बीमार होने वाले बच्चों में लवकुश (10) पुत्र प्रतिपाल जो कक्षा 5 का छात्र है, रक्षा (5) पुत्री राज जो कक्षा 1 की स्टूडेंट है, 5 वर्षीय जितिन, सुलोचनी, भारती, राजीव, सचिन, अभियान, महिमा, आरती, शिवांशी, चांदनी, सौरभ, रंजना बीमार हुई है। घटना की जानकारी मिलते ही अभिभावकों में हड़कंप मच गया और स्कूल प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई गई। अभिभावकों ने विद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान स्कूल के बाहर गांव के लोगों की भीड़ लग गई।

घटना की सूचना मिलने के बाद एसडीएम डॉ. अरुणिमा श्रीवास्तव ने तुरंत अस्पताल का दौरा किया और स्थिति की समीक्षा की। वहीं एसडीआई कृष्ण कुमार त्रिपाठी भी दो घंटे बाद अस्पताल पहुंचे, हालांकि इस दौरान स्कूल के शिक्षक मौके पर नहीं पहुंचे। 5 बच्चों की हालत गंभीर है। उनका इलाज चल रहा है।

अभिभावक मंजू ने बताया कि मेरा बेटा 15 अगस्त को स्कूल गया था। वहां पर बासी जलेबी बच्चों को वितरित कर दी गई है। जिसको खाने से मेरे बच्चे की तबीयत खराब हो गई है। उसको बार-बार उल्टी-उल्टी हो रही है। कुछ और बच्चों की तबियत खराब है। उनको भी अस्पताल लाया गया है। शिक्षकों की लापरवाही से यह हुआ है।

अभिभावक रंजना ने भी बताया कि सड़ी गली जलेबी बांटी गई है। इसी से बच्चे बीमार हुए हैं। हम लोगों को जब पत चला, तब हम सभी स्कूल पहुंचे। वहां पर बच्चों को उल्टियां हो रही थी। हमने मैडम को फोन किया तो मैडम ने कहा कि हमारी छुट्टी हो गई है। हम अब नहीं आ पाएंगे। इसके बाद गांव वालों की मदद से सभी बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने बताया कि सभी बच्चों का इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर है। डॉक्टरों के अनुसार जलेबी खाने के बाद विषाक्तता की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसलिए बच्चे बीमार हुए हैं। फिलहाल सभी को बेहतर इलाज दिया जा रहा है।

एसडीएम डॉ. अरुणिमा श्रीवास्तव ने बताया कि प्रशासन ने घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। जलेबी की गुणवत्ता और वितरण प्रक्रिया की जांच की जा रही है। यदि किसी लापरवाही का पता चलता है तो स्कूल प्रशासन और जलेबी वितरक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।