चंदौली- एसपी कार्यालय में तैनात बाबू का यातायात सिपाही से पैसा लेते तथाकथित वीडियो हो रहा वायरल, मचा हड़कंप

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चंदौली- भ्रस्टाचार पर वार करने वाले पुलिस अधीक्षक के नाक के नीचे उनके बड़े बाबू का घूस लेते वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो को संज्ञान में लेकर पूर्व आइपीएस व अधिकार सेना के प्रमुख अमिताभ ठाकुर ने डीजीपी को पत्र लिखकर जांच व कार्यवाही की मांग किये है।

सोमवार को एडीजी पीयूष मोर्डिया ने स्पष्ट कहा था कि थाना व पिकेट पर तश्करों से पैसा लेना ही भ्रस्टाचार नही। बल्कि ऑफिस में भी अपने कर्मचारियों व पासपोर्ट, मेडिकल के नाम पर पैसा लेना भी अपराध है। इसमें लिप्त लोंगो को बख्शा नही जाएगा। दो दिन पूर्व ही एडीजी के बैठक के बाद बुधवार को एक वीडियो वायरल हो गया। जिसमें यातायात के एक सिपाही द्वारा दूसरे ब्यक्ति को पैसा दिया जा रहा है। वीडियो में स्पष्ट देखा जा रहा है कि कुछ कम पैसे थे तो बड़े सामने वाला लेने से इंकार कर दिया। जिसके बाद यातायात कर्मी पुनः अपने जेब से नोट की संख्या बढ़ाकर सामने वाले के हाथ में रखता है। जिसके बाद चेहरे पर मुस्कान छा गया।

घूस देने वाला ब्यक्ति सामने वाले के प्रसन्न मुद्रा को देखकर भाव भंगिमा समझ कर पैर पकड़ कर आशीर्वाद लेता है। जानकारी के अनुसार यातायात कर्मी चंदौली में तैनात मुख्य आरक्षी महेश कुमार शुक्ला हैं, जिन्हें विगत दिनों एसपी चंदौली ने निलंबन के बाद बहाल किया था। बहाली के बाद बड़े बाबू फाइल बन्द कराने के नाम पर पैसा ले रहे है। यही नही बड़े बाबू कार्यालय में तैनात सीआरके राकेश यादव जो ट्रांसफर होने पर कर्मचारियों की तिथि निश्चित कराकर रवानगी कराने की जिम्मेदारी सम्भालते है। उनका ट्रांसफर 2015 में हो गया है। यहां तक कि वह खुद गाजीपुर जिले का रहने वाले है। इनके उपर बार्डर प्लान लागू न होना पश्न चिह्न खड़ा कर रहा है।