मनरेगा जांच में लोकपाल मनरेगा ने पकड़ा भ्रष्टाचार।

पीलीभीत।विकास खण्ड पूरनपुर की ग्राम पंचायत अमरैया कलां निवासी द्वारिका प्रसाद, गंगाराम व मोहनलाल ने लोकपाल को एक शिकायती पत्र दिया। ग्रामीणों का आरोप है ग्राम प्रधान सत्यपाल शर्मा, रोजगार सेवक जमील अहमद, तकनीकी सहायक, राजेश कुमार कुशवाह व कमल चौहान मनरेगा में फर्जीवाड़ा करते हैं। राजेश कुशवाह व कमल चौहान अपने भाई व पत्नी सहित अन्य लोगों की फर्जी दिहाड़ी भेजते हैं और सब मिलकर बंदरबांट करते हैं। कुछ लोगों के दो दो जाब कार्ड बने हुए हैं। जो महिलाएं व पुरुष काम पर नहीं जाते हैं उनकी भी मजदूरी भेजकर सरकारी धन का बंदरबांट करते हैं। बाद डिवाइस लेकर रुपए निकलवा लेते हैं और अपना प्रतिशत रुपया ले लेते हैं। यह सब खेल ग्राम प्रधान व सचिव के संरक्षण में हो रही है। शिकायती पत्र पर अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी शुभम सक्सेना को जांच के निर्देश दिए थे। शुभम सक्सेना ने लापरवाही करते हुए जांच नहीं की। जिसके बाद लोकपाल मनरेगा गेंदनलाल स्वयं जांच करने पहुंचे। लोकपाल मनरेगा के पहुंचने के बाबजूद भी शुभम सक्सेना समय से उपस्थित नहीं हुए। जिस पर लोकपाल गेंदनलाल ने फटकार लगाई। मनरेगा लोकपाल के साथ जांच में शिकायत बिन्दु बार जांच की। बिन्दु बार जांच में भ्रष्टाचार पाया गया। भ्रष्टाचार पाए जाने से बौखलाए ग्राम प्रधान ने शिकायतकर्ता को धमकी दी।जांच पड़ताल में ग्राम प्रधान सत्यपाल शर्मा, पंचायत सचिव सौरभ गंगवार, रोजगार सेवक जमील अहमद, महेश कुमार, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य सियाराम, जितेन्द्र सक्सेना, विपिन कुशवाह, अजय कुमार आदि दर्जनों व्यक्ति उपस्थित थे।