हरदोई में महिला थाने के बाहर दो पक्षों में विवाद का वीडियो वायरल, सुलह-समझौता के नाम पर आए दिन होता है विवाद, तत्कालीन एसपी के रहमों करम पर हटने के बाद रामसुखारी को फिर से मिला था चार्ज

हरदोई। महिला थाना के पास फरियादियों के बीच विवाद आम हो गया है। सुलह-समझौता में दलालों का वर्चस्व होने के चलते आए दिन विवाद होते रहते है। कल फिर थाने पर आए दो पक्षों में विवाद हुआ है। थानाध्यक्ष से थाना नहीं संभल रहा है लेकिन उनको इंटरनल ऑडिट सेल का सदस्य बनाया गया है। तत्कालीन एसपी के रहमों करम से एक बार हटने के बाद रामसुखारी को दोबारा चार्ज मिला है। महिला थानाध्यक्ष की विवादित कार्यशैली अक्सर चर्चा में बनी रहती हैं।�

हरदोई का महिला थाना विवादित कार्यशैली को लेकर अक्सर चर्चा में बना रहता है। यहां तैनात थानाध्यक्ष रामसुखारी दलालों के बीच घिरी रहती है। पीड़ितों का कहना है कि बिना रूपये दिए किसी का कोई काम नहीं होता है। महिला थाने में बुधवार को सुलह-समझौता के लिए दो पक्ष आए हुए थे। जिनके बीच थाने के बाहर जमकर विवाद हुआ और लात घूंसे चले। महिला थानाध्यक्ष ने बाहर निकलकर भी नहीं देखा। जिससे उनकी विवादित कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे है। इसके बाद मौके पर पहुंची शहर कोतवाली पुलिस दोनों को समझाकर थाने ले गई। जिसके बाद मामला शांत हुआ, इस घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें पुलिसकर्मी दोनों पक्षों को समझाते दिख रहे है। तत्कालीन एसपी केशव चंद गोस्वामी के कार्यकाल में महिला थाना पूरी तरह से वसूली केंद्र बन गया था। यहां पर अन्य दिनों की अपेक्षा सबसे अधिक वसूली रविवार को होती थी। तत्कालीन एसपी के ही रहमों करम से हटने के बाद एक बार फिर रामसुखारी को चार्ज मिला था। रामसुखारी की कार्यशैली हमेशा विवादों में रहती है, वाबजूद इसके उनको इंटरनल ऑडिट सेल का सदस्य बनाया गया है। जो लोगों के गले नहीं उतर रहा है।�

नवागंतुक एसपी नीरज कुमार जादौन की निष्पक्ष कार्यशैली ने पुलिस महकमे में हड़कंप मचा दिया है। इसीलिए कुछ अधिकारी उनको भ्रमित करने की कोशिश कर रहे है लेकिन वह कामयाब नहीं होंगे। एएसपी पूर्वी नृपेंद्र का कुछ मामले में कहना होता है कि ट्वीट और खबर लगाने से कुछ नहीं होगा। जांच हमको करना जो हम करेंगे वही होगा। जिससे उनके द्वारा पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा हैं।�

इस संबंध में सीओ बघौली विनोद कुमार दुबे ने बताया कि महिला थाने पर सुलह समझौता के लिए दो पक्ष आए हुए थे। जिसमें लड़की नाबालिक होने के चलते उसकी मां ने कहा कि हम दो साल बाद शादी कर देंगे लेकिन लड़की अपने प्रेमी के साथ जाना चाहती थी। इसी को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ था। महिला थानाध्यक्ष बीमार चल रही है दूसरे से स्पष्टीकरण मांगा गया हैं।�