हरदोई में 50 से अधिक गांव आए बाढ़ की चपेट में, लोग पलायन करने को मजबूर, गर्रा और रामगंगा खतरे के निशान से ऊपर

हरदोई। हरिद्वार,बिजनौर और नरौना की तरफ से छोड़ा गया पानी जिले में फिर मुसीबत का सबब बना है। देवहा नदी के जरिए गर्रा नदी में नानक सागर बैराज से आया पानी हरदोई में बढ़ा है। प्रशासन के मुताबिक सुबह 8 बजे आए आंकड़ों में गर्रा खतरे के निशान से जहां 1.48 प्वाइंट ऊपर तो रामगंगा 0.5 प्वाइंट खतरे के निशान के ऊपर है। माने यहां के लोगों को बहुत जल्द राहत मिलने की उम्मीद अभी भी नहीं है।

हरदोई में अब तक 50 गांवों में पानी घुसने से लोगों की दुश्वारियां भी बढ़ीं हैं। सदर तहसील और सांडी क्षेत्र के कई और गांवों के चारों ओर पानी पहुंच गया है। बरवन मार्ग से पानी छू गया है। शाहाबाद-पाली मार्ग के ऊपर से पानी निकलने लगा है।

सदर तहसील क्षेत्र में गर्रा का पानी बढ़ने से मिरकापुर, कोइलहा, मानीमऊ के चारों ओर पानी भर गया है। बरवन मार्ग को पानी छूने लगा है।

सांडी में चौधरियापुर-नेवादा मार्ग पर कटान जारी है। अलियापुर के चारों ओर भी पानी आ गया है। पाली क्षेत्र में गर्रा नदी की बाढ़ से कहार कोला सहित 20 से अधिक गांव के लोगों की दुश्वारियां बढ़ी हैं।

गांवों और घरों में पानी घुसने से गृहस्थी बचाने की भी समस्या खड़ी हो गई है। हजारों बीघा फसलें भी पानी में डूब गईं हैं। ग्रामीणों में आक्रोश है और बताया कि यही आलम रहा तो, जल्द ही खाने-पीने की भी समस्या हो जाएगी।

अतरजी, बेगराजपुर, पहाड़पुर, बरगदिया, गुजीदेई, कहारकोला, रणधीरपुर गांव के मुख्य मार्गों पर तीन फीट पानी बह रहा है। मुख्य मार्गों पर जलभराव होने से कोई भी अधिकारी भी इन गांवों में नहीं पहुंचे हैं।

गर्रा और रामगंगा नदी में रविवार को भी जलस्तर में इजाफा देखने को मिला है। जिला सूचना अधिकारी संतोष कुमार के मुताबिक सुबह आए आंकड़ों में रामगंगा 137.10 प्वाइंट पर है जो कि खतरे के निशान से 0.5 अंक ऊपर है, वहीं गर्रा नदी 130.64 की जगह 132.12 प्वाइंट पर बह रही है जो कि खतरे के निशान से 1.48 प्वाइंट ऊपर हैं।