हरदोई में बाढ़ग्रस्त इलाके से निकली बारात, पानी में पैदल चलकर दूल्हा और बाराती लेने गए दुल्हनिया, घुटनों तक पानी में पैंट हाथ में लेकर निकला दूल्हा

हरदोई। बाढ़ प्रभावित पाली क्षेत्र के कहारकोला गांव से एक बारात शाहाबाद के कालागाड़ा के लिए निकली। खास बात यह रही कि घर से दूल्हा व अन्य बाराती नाव से सम्पर्क मार्ग तक पहुंचे। इसके आगे 2 किलोमीटर का सफर बराती पानी के अंदर पैदल तय कर मुख्य मार्ग पर आए।
बताते चलें कि पाली थाना क्षेत्र का कहारकोला गांव गर्रा नदी में आई बाढ़ के चलते टापू में तब्दील हो चुका है। कहारकोला गांव के युवक राहुल की बारात थी, बारात ने कहारकोला गांव से प्रस्थान किया। दूल्हा समेत अन्य बारातियों ने गांव से मुख्य मार्ग तक आने के लिए नाव का सहारा लिया। नाव ने सभी को एक किलोमीटर पहले ही पानी में डूबे सम्पर्क मार्ग के पास उतार दिया, जिसके बाद दूल्हा व अन्य बाराती पानी के अंदर पैदल चलकर मुख्य मार्ग पर पहुंचे।
बारात लेकर शाहाबाद के कालागाड़ा गांव के लिए निकले दूल्हा राहुल ने बताया कि वह जब कल शादी के बाद विदा कराकर अपनी पत्नी सोनी को गांव लाएगा, तो उसे नाव में बिठाकर ही गांव के अंदर ले जाएगा, क्योंकि अन्य कोई मार्ग गांव तक जाने के लिए नहीं है। राहुल के मुताबिक अगर पानी का जलस्तर बढ़ता है, तो वह गांव जाने की बजाय एक-दो दिन कहीं और रहेगा, लेकिन इसकी संभावना कम ही है, उसने बताया कि उसका पूरा प्रयास रहेगा कि वह दुल्हन के साथ सीधे घर ही पहुंचे।
कहारकोला गांव का राहुल अपनी बारात लेकर शाहाबाद के जिस कालागाड़ा गांव गया है, वह भी बाढ़ की चपेट में है। बारातियों के मुताबिक उन्होंने लड़की पक्ष से शादी की रस्मों को सुरक्षित स्थान पर पूरी करने को कहा है, दूल्हा राहुल के मुताबिक गांव के सुरक्षित स्थान पर ही शादी का कार्यक्रम किया जाएगा। जिससे बारात में आने वाले लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े और बारात फिर से बाढ़ग्रस्त गांव कहारकोला गांव में सकुशल पहुंच सकें।