चंदौली जिले में संयुक्त शिक्षा मोर्चा ने बैठक कर डिजिटलाइजेशन का किया विरोध, रखीं यह मांगे 

पीडीडीयू नगर- कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसर में शनिवार को संयुक्त शिक्षक मोर्चा की बैठक हुई। जिसमें शिक्षको ने विभाग में हो रहे डिजिटलाइजेशन का विरोध किया । इस दौरान संयुक्त शिक्षक मोर्चा के वक्ताओं ने कहा कि सरकार शिक्षकों के हित को ध्यान न देते हुए बेसिक शिक्षक नियमावली के विरुद्ध डिजिटलाइजेशन का आदेश जबरदस्ती थोप रही है। कहा कि शिक्षक संगठन ज्ञापन के माध्यम से शासन से मांग की थी कि शिक्षकों को पूरे वर्ष में 30 ईएल दिया जाए लेकिन आज तक मांग पूरी नही हुई।

शिक्षकों ने कहा कि शिक्षक हॉफ सीएल की मांग सरकार से करते आ रहे हैं, लेकिन आज तक इन मांगों को नहीं पूरा गया। बताया कि पूरे वर्ष में केवल 14 आकस्मिक अवकाश शिक्षकों को मिलते हैं, जिससे अध्यापक अपने आवश्यक कार्यों के लिए भी मेडिकल का सहारा लेता है। महानिदेशक के नए आदेश के अनुसार यदि अध्यापक एक मिनट भी किसी भी कारणवश देर से पहुंचे तो अनुपस्थित मान लिया जाएगा। यह आदेश कर्मचारी सेवा नियमावली 1956 तथा बेसिक शिक्षा नियमावली 1972 अद्यतन संशोधन 1982 के विरुद्ध है। कोई भी शिक्षक, शिक्षिका, अनुदेशक, शिक्षामित्र अपनी फोटो खंड शिक्षा अधिकारी को प्रार्थना के समय भेजेंगे, जिससे उनके निजता के हनन की प्रबल संभावना है।

उन्होंने कहा कि जिले के परिषदीय विद्यालय ग्रामीण एवं पर्वतीय दुर्गम क्षेत्रों में व्यवस्थित हैं,जहां विपरीत मौसम में आवागमन एवं नेटवर्क अवरुद्ध हो जाता है,जिसके कारण अध्यापक विद्यालय में उपस्थित होकर भी तकनीकी समस्याओं की वजह से अनुपस्थित मान लिया जाएगा।जिसका सभी संगठन के साथी इसका पुरजोर विरोध करते रहेंगे।इस अवसर पर जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ के अध्यक्ष आनंद पांडेय, पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष संतोष सिंह, महामंत्री संजय सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ के आनंद, उपेंद्र, हरेंद्र सिंह, हिमांशु तिवारी, राजकुमार जायसवाल आदि शिक्षक उपस्थित रहे।