बरेली पीड़ित चौकीदार की पैरवी में उतरे चौकीदार और राजनैतिक संगठन

बरेली नवाबगंज तहसील में एक ग्राम के चौकीदार को तहसील परिसर में दो होमगार्ड के द्वारा लात जूते बंदूक की मोठ से कुचल कुचल कर मारे जाने की घटना के संबंध में पैनी नजर सामाजिक संस्था की अध्यक्ष व रोहिलखंड प्रांत आम आदमी पार्टी की उपाध्यक्ष एडवोकेट सुनीता गंगवार ने इंडिया गठबंधन साथियों के साथ इस घटना पर बरेली वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिलकर सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग की संस्था अध्यक्ष ने कहा की ये घटना तो कारित की गई है जो पूरे देश में वायरल हो चुकी है पक्ष विपक्ष के शीर्ष नेताओं तक पहुंच चुकी है उसके पश्चात भी पुलिस प्रशासन इस घटना को बहुत ही साधारण अंदाज में देख रहा है सुनीता गंगवार ने कहा 15 तारीख को पीड़ित को रात 11:00 बजे नवाबगंज कोतवाली में बुलाकर उसे रात भर वहां रखा है अगले दिन सुबह 10:00 उसे छोड़ा गया बड़े ताज्जुब की बात है कि आज तक आईपीसी में या संविधान में कहीं उल्लेखित नहीं है कि किसी पीड़ित को ही थाने में बंद रखा जाएगा यह चुभता हुआ सवाल जब पुलिस अधीक्षक से पूछा तो वह इस पर खामोश हो गए इस घटना ने नवाबगंज में नहीं पूरे देश में बीजेपी सरकार की उस मानसिकता को उजागर किया है जिसमें बीजेपी को वोट न देने पर किस तरह किसी को प्रताड़ित किया जा सकता है यह डर बनाया जा रहा है तानाशाही की सारी चरम सीमाएं पार कर चुकी सरकार को अब भी शर्म नहीं आ रही है इस घटना ने यह भी साबित कर दिया है किस तरह भाजपा सरकार लोगों के मूल अधिकारों को छीन रही है वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हम देख रहे हैं देखते हैं क्या हो सकता है यानी की इन घटनाओं पर पुलिस को सख्त कार्यवाही ना किए जाने के सरकार द्वारा निर्देश जारी है ऐसा पूरी तरह से प्रतीत हो रहा है बीजेपी सरकार लोगों को अपराधी बनाने का भी कार्य कर रही है यह इस घटना में पूरी तरह से साबित कर दिया है।