बीएसपी के पोलिंग एजेंट हत्या मामले में ब्राह्मण महासभा ने एसपी को सौंपा ज्ञापन, पीड़ितों पर भी कार्रवाई की मांग, बोले- विपक्षियों ने दौड़ाकर सुपिन को मारी गोली, फिर भी पुलिस ने की एकतरफा कार्र

हरदोई। बिलग्राम थाना क्षेत्र में बीएसपी एजेंट की हत्या के मामले में एक नया मोड़ आया है। जिसमें ब्राह्मण सभा ने एसपी को ज्ञापन देकर पीड़ित परिवार पर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि बीएसपी के एजेंट ने सुपिन शुक्ला को घेरकर पीटा और फायरिंग की। जिससे वह गंभीर घायल है और उसका मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। पुलिस ने उस पर एकतरफा कार्रवाई की है, अगर मामले में कार्रवाई नहीं की गई तो ब्राह्मण महासभा सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करेगी।

जानकारी के अनुसार बिलग्राम थाना क्षेत्र के गनीपुर रहुला में बीते 13 मई को मतदान के बाद बीएसपी पोलिंग एजेंट यदुनंदन लाल अपने घर जा रहा था। उसी बीच सुपिन शुक्ला ने अपने साथियों के साथ घात लगाकर उस पर हमला बोल दिया। जिसको गंभीर अवस्था में इलाज के लिए लखनऊ रेफर किया गया। जहां इलाज के दौरान गंभीर घायल यदुनंदन की मौत हो गई। आरोप है कि फिर भी क्षेत्रीय विधायक का करीबी होने के कारण पुलिस ने सुपिन पर कोई कार्रवाई नहीं की। जब पुलिस को मौत की सूचना मिली और दवाब पड़ा तब पुलिस ने बमुश्किल मुकदमा दर्ज किया लेकिन किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया। जिससे आहत होकर यदुनंदन के परिजनों और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने शव रखकर हंगामा शुरू कर दिया। जिसमें मल्लावां कोतवाल निर्भय सिंह ने पुलिसकर्मियों के साथ पीड़ितों को धमकाया और मकान पर बुलडोजर चलवाने की चेतावनी दी। इसके बाद उच्चाधिकारियों के दखल और आश्वासन के बाद मृतक यदुनंदन लाल का अंतिम संस्कार किया गया।

इसी मामले में आज ब्राह्मण महासभा ने बिलग्राम पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाकर एसपी से शिकायत की। जिसमें उन्होंने कहा कि यदुनंदन बहुजन समाज पार्टी का नेता व कार्यकर्ता है। जिसने राजनीतिक व जातिगत द्वेष के कारण गांव निवासी सुपिन उर्फ सुमित शुक्ला से कई बार मारपीट की और आए दिन झूठे प्रार्थना पत्र देता रहता था। एससी/एसटी के अंतर्गत सुपिन व उसके परिजनों पर यदुनंदन तीन मुकदमे दर्ज करा चुका था। जिसने विगत 13 मई को अपने साथियों मदनपाल उर्फ मधई, दुलारे,राजपाल,वीरेंद्र उर्फ छोटे,जोगेंद्र,रंकज उर्फ कुलदीप, सुरेश पाल के साथ सुपिन शुक्ला को घेर लिया। फिर सभी एकराय होकर गाली-गलौज और मारपीट करने लगे। जब सुपिन ने भागने का प्रयास किया तो विपक्षी जान से मारने की नियत से फायर करने लगे। जिसमें एक गोली सुपिन के पेट में लगी और वह घायल अवस्था में जिला अस्पताल हरदोई में भर्ती है। बिलग्राम पुलिस अस्पताल से बिना डिस्चार्ज कराए सुपिन का झूठा चालान कर देना चाहती है और न ही उसका मुकदमा दर्ज कर रही है।

ब्राह्मण महासभा के अनुराग द्विवेदी,नीरज अवस्थी,पारस दीक्षित समेत दर्जनों कार्यकर्ताओं ने बताया कि पुलिस की एकतरफा कार्रवाई से ब्राह्मण समाज में रोष व्याप्त है। इसी को लेकर उन्होंने पुलिस अधीक्षक केशव चंद गोस्वामी से मुलाकात की। ज्ञापन सौंपकर उन्होंने सुपिन के साथ हुई घटना में अभियोग दर्ज करने और समुचित इलाज की व्यवस्था किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई तो ब्राह्मण समाज सड़कों पर उतर कर न्याय दिलाने का काम करेगा।

फिलहाल इस घटना को लेकर बहुजन समाज में आक्रोश व्याप्त है। आज भीम आर्मी के अध्यक्ष ने पहुंचकर पीड़ित परिवार का हाल जानने का प्रयास किया लेकिन उनको कई थानों की फोर्स लगाकर रोका गया। जिससे इस मामले में अब और कोई नया मोड़ आने वाला है।

बीते 15 मई को ट्वीट करके भीम आर्मी के संस्थापक और आजाद समाज पार्टी के मुखिया चंद्र शेखर रावण ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि एक तरफ सीएम योगी जी अभी मंचों से सुरक्षा की गारंटी दे ही रहे है,वही दूसरी तरफ बहुजन दलित की जिंदगी की गारंटी उत्तर प्रदेश में आए दिन खत्म हो रही है। हरदोई में जातिवादियों द्वारा दलित दंपति को इतनी बेरहमी से पीटा कि इलाज के दौरान पति यदुनंदन की मौत हो गई और पत्नी रंजना घायल है, ये बेहद पीड़ादायक और दंडनीय।

इसके बाद उन्होंने लिखा कि मैं यूपी गवर्नमेंट से हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी कर सख्त कार्यवाही, मृतक के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक मदद और एक सरकारी नौकरी देने व मृतक यदुनंदन की घायल पत्नी के बेहतर इलाज की मांग करता हूं। इस ट्वीट के बाद हरदोई पुलिस ने जवाब भी दिया है, लेकिन इस तरह की घटना के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत जरूर गर्मा गई हैं।