कोटेदार की दबंगई कर रहा झूठी शिकायते



राहुल सिंह राठौर की स्पेशल कवरेज�


अमृतपुर- उप जिलाधिकारी अमृतपुर से ग्राम पंचायत भावन के कोटेदार आदर्श दीक्षित के राशन वितरण में बरती जा रही अनियमितताओं के क्रम में ग्राम वासियों ने लिखित प्रार्थना पत्र दिया था। जिस पर उप जिलाधिकारी अमृतपुर ने पूर्ति निरीक्षक अमृतपुर अमित चौधरी को मौके पर जाकर जांच करने हेतु निर्देशित किया था। पूर्ति निरीक्षक�
ने ग्राम पंचायत भावन मे मौके पर जाकर कार्ड धारकों अथवा उनके परिजनों से लिखित बयान दर्ज कराए बयानों में लोगों ने बताया कि कोटेदार के द्वारा अंत्योदय राशन कार्डों पर 30 किलो राशन दिया जा रहा है जो शासन के नियम अनुसार 05 किलो कम है वही पात्र गृहस्थी राशन कार्डों पर प्रति यूनिट 04 किलो राशन कोटेदार द्वारा दिया जा रहा है जो शासन के नियमानुसार 01 किलो कम है। उक्त जांच के पश्चात पूर्ति निरीक्षक अमित चौधरी ने जांच आख्या उप जिलाधिकारी अमृतपुर को दी जांच में पाई गई अनियमितताओ के कारण कोटेदार का अनुबंध पत्र निलंबित करने हेतु संतुति करते हुए जिलाधिकारी फर्रुखाबाद को भेजी। जिस पर जिलाधिकारी के अनुमोदन के पश्चात कोटेदार का अनुबंध पत्र निलंबित कर दिया गया।
पूर्ति निरीक्षक अमृतपुर अमित चौधरी पर कोटा बहाल करने हेतु विभिन्न प्रकार से दबाव बनाए जाने लगा। जब पूर्तिनिरीक्षक ने कोटा बहाल करने हेतु मन कर दिया तो निलंबित कोटेदार द्वारा पूर्ति निरीक्षक की शिकायतें की जाने लगी। सूत्रों की माने तो आदर्श दीक्षित कोटेदार नशेड़ी किस्म का व्यक्ति है जो कार्ड धारकों से अभद्रता भी करता है। �प्रदेश सरकार की पवित्र मनसा पर निलंबित कोटेदार के द्वारा जो प्रहार किया गया है इस पर प्रशासन क्या कार्रवाई करता है।