बुज़ुर्ग की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टर और वार्ड ब्वॉय को घेर कर पीटा, सीसीटीवी में कैद हुई घटना, आक्रोशित स्वास्थ्य कर्मी गए हड़ताल पर, कहा नहीं देंगे सेवाएं

हरदोई। 100 बेड अस्पताल में भर्ती कराए गए बुज़ुर्ग की मौत होने से वहां न सिर्फ हंगामा हुआ बल्कि इमरजेंसी में डाक्टर व वार्ड ब्वाय को घेर कर उनकी पिटाई कर दी गई। इस बवाल के बाद वहां के सारे डाक्टर, स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट,लैब टेक्नीशियन और वार्ड ब्वाय जैसे समूचे स्टाफ ने सीएमओ के नाम लिखी चिट्ठी में ऐसे माहौल में अपनी सेवाएं न देने की बात कही है।

बताया गया कि कोतवाली देहात के नयागांव मुबारकपुर के 60 वर्षीय संतोष त्रिपाठी को 100 बेड अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉ. विनोद साहनी ने इलाज किया और फिर मेडिकल कालेज ले जाने की सलाह दी, लेकिन बुज़ुर्ग के घर वालों ने उस पर कोई ध्यान नहीं दिया। नतीजतन इलाज के दौरान ही संतोष त्रिपाठी की मौत हो गई। जिस पर संतोष त्रिपाठी के पुत्र आलोक त्रिपाठी ने फोन कर के अपने 15 से 20 साथियों को बुला लिया। उसके साथियों ने पहले तो वार्ड ब्वाय सतीश कुमार को घेर कर उसकी पिटाई की, शोर सुन कर डॉ. मुरलीधर बाहर आए। जिस पर हमलावरों ने उनकी भी पिटाई कर दी। हमलावरों ने वहां इमरजेंसी में काफी देर गाली-गलौज करते हुए हंगामा किया और उसके बाद जानमाल की धमकी देते हुए चले गए।

इस तरह हुए बवाल के बाद 100 बेड हास्पिटल के समूचे स्टाफ ने अपनी सेवाएं देने से साफ मना कर दिया है। जिसमें डॉ. विनोद साहनी व डा.मुरलीधर के अलावा डॉ.सुजीत कुमार, डॉ.अनिल कुमार वर्मा, डॉ.विवेक कुमार वर्मा, डॉ.देवार्षि गुप्ता, डॉ.अभिषेक गुप्ता, डॉ.प्रतीक पोरवाल, डॉ.प्रियंका तिवारी और डॉ.स्नेहा गुप्ता के अलावा वहां तैनात फार्मासिस्ट,स्टाफ नर्स,लैब टेक्नीशियन, वार्ड ब्वाय जैसे समूचे स्टाफ ने सीएमओ को भेजी चिट्ठी में ऐसे माहौल में अपनी सेवाएं देने से मना कर दिया है।

वहीं सीएमओ डॉक्टर रोहतास कुमार ने बताया कि मामले को लेकर एसपी से शिकायत की गई है, जिसमें विभागीय और पुलिस स्तर से कार्रवाई प्रचलित है।