धमतरी जिले से मंत्री मण्डल में प्रतिनिधित्व न देना,इसका असर आगामी लोकसभा चुनावों में देखने को मिल सकता है?

धमतरी:-छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंत्रिमंडल में कुरुद विधानसभा से विधायक बने अजय चंद्राकर को मंत्रिमंडल में शामिल न किए जाने से कुरुद विधानसभा के लोग मायूस है। विधायक अजय चंद्राकर पांचवीं बार विधानसभा का चुनाव जीत कर विधायक निर्वाचित हुए है। विधायक अजय चंद्राकर ने कुरुद विधानसभा से कांग्रेस पार्टी की जिला पंचायत सदस्य व सभापति प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सचिव पूर्व में महिला कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष रह चुकी तारिणी नीलम चन्द्राकर को हराकर जीत हासिल की।1998 में श्री.अजय चंद्राकर पहली बार भारतीय जनता पार्टी द्वारा आवंटित टिकट के आधार पर विधायक बने। लेकिन इससे पहले भी वे कई राजनीतिक आंदोलनो के मुखिया रहे थे,1987 में एक आंदोलन में भाग लेने के कारण उन्हें 7 दिन जेल में भी बिताने पड़े। इस 7 दिन की हिरासत को वह अपनी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक मानते हैं।2003 में, वह पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री के साथ-साथ संसदीय कार्य मंत्री के रूप में छत्तीसगढ़ सरकार का हिस्सा बने। 2004 में, उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी, तकनीकी शिक्षा और जनशक्ति योजना विभाग भी सौंपा गया था। 2007 में मंत्रिमंडल में फेरबदल के कारण वे उच्च शिक्षा मंत्री बने। 2008 में विधान सभा चुनाव में उन्हें दुर्भाग्यपूर्ण हार का सामना करना पड़ा। फिर भी पार्टी ने उनकी विशेषज्ञता और क्षमता को पहचानते हुए उन्हें राज्य वित्त आयोग का प्रमुख बनाया गया। अपना कार्यकाल पूरा होने के बाद, उन्हें पार्टी के उपाध्यक्ष और आधिकारिक प्रवक्ता होने की दोहरी ज़िम्मेदारियाँ लेने के लिए चुना गया। वर्तमान में वे राज्य मंत्री पंचायत एवं ग्रामीण विकास, संसदीय कार्य, लोक स्वास्थ्य, परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री की ओर से राज्य विधानसभा में विशेष न्यायालय विधेयक 2015 पेश किया.विधेयक भ्रष्ट लोक सेवकों के खिलाफ प्रभावी निवारक प्रावधान करता है। इस चुनाव के बाद भी कुरुद विधानसभा के साथ धमतरी जिले वासियों को उम्मीद थी कि अजय चंद्राकर को मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी। लेकिन अजय चंद्राकर को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से लोगों मे मायूसी छा गई। आम जनता का कहना है की धमतरी जिले से मंत्री मण्डल में प्रतिनिधित्व नही मिलने से जिले के विकास की रफ्तार धीमी हो जाएगी इसका असर आगामी लोकसभा चुनावों में देखने को मिल सकता है।छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री सहित 13 मंत्री बनाए जा सकते हैं. मौजूदा समय में सीएम सहित कैबिनेट में कुल 12 सदस्य हैं. इस तरह एक मंत्री पद की जगह अभी भी खाली है. ऐसे में अजय चंद्राकर के सामने मंत्री बनने का मौका बचा हुआ है. विष्णुदेव साय भविष्य में कैबिनेट विस्तार करते हैं तो एक विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है।