पैनी नजर सामाजिक संस्था की अध्यक्ष एडवोकेट सुनीता गंगवार ने बिजली विभाग के खिलाफ खोला मोर्चा

बरेली पैनी नजर सामाजिक संस्था की अध्यक्ष एडवोकेट सुनीता गंगवार ने बिजली विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एक मामले में बताया कि किस तरह बिजली विभाग षड्यंत्र करके आम जनता के खिलाफ बिजली चोरी की मुकदमे दर्ज कर रहा है सुरेश शर्मा नगर के पास आवास विकास निवासी धनेंद्र यादव ने अपने नव निर्माणधीन मकान में बिजली कनेक्शन हेतु बिजली विभाग में अप्लाई किया जिसके तहत संविदा कर्मचारी अनुज शर्मा ने जे .ई पंकज के कहने पर 20000 उनसे रुपए लेकर हीला हवाला बताते हुए उन्हें कई दिन तक तक गुमराह करता रहा ।उसने उनके कनेक्शन हेतु उसी दिन लोगिन करने के बाद टरकाने का काम शुरू कर दिया जब घनेंद्र यादव बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों के पास पहुंचे तो उच्च अधिकारियों के कहने पर जेई ने वहां लाइन खिंचवाई कनेक्शन करवा दिया और कनेक्शन के तहत पोल पर डिब्बा लगाकर चले गए और कहा कि आपकी लाइन चालू हो गई है कल मीटर लग जाएगा उसके पश्चात वह मीटर लगाने अगले दिन नहीं आए और तीन दिन बाद जेई पंकज ने धनेंद्र यादव के ही खिलाफ बिजली चोरी का मुकदमा दर्ज करवा दिया उसके पश्चात धनेंद्र यादव ने जब अपने ₹20000 की मांग की अनुज शर्मा से तो अनुज शर्मा ने पैसे देने से इनकार कर दिया जिसको लेकर एसएसपी बरेली के पास गए प्रार्थना पत्र देने हेतु महीना बीत जाने के पश्चात भी उनके प्रार्थना पत्र पर आरोपी अनुज शर्मा व जेई पंकज के खिलाफ फिर अभी तक fir दर्ज नहीं हुई विभाग के चक्कर लगाते लगाते थक हार कर घनेंद्र यादव पैनी नजर सामाजिक संस्था की अध्यक्षा एडवोकेट सुनीता गंगवार से मिले सुनीता गंगवार ने उस पर संज्ञान लेते हुए अनुज शर्मा से बात की तो अनुज शर्मा ने कहा कौन से पैसे कैसे पैसे ऐसा कहकर उसने फोन काट दिया उसके पश्चात उसने फोन उठाना बंद कर दिया उसके पश्चात संबंधित थाना बारादरी में संस्था अध्यक्ष ने जेई पंकज व आरोपी अनुज शर्मा के खिलाफ फिर से तहरीर देते हुए कोतवाल को सारे प्रकरण से अवगत कराया उसके पश्चात पुलिस प्रशासन ने कोई जांच पड़ताल नहीं की कोई एक्शन नहीं लिया तत्पश्चात अध्यक्ष सुनीता गंगवार ने बिजली विभाग के मुख्य अभियंता को एक लिखित प्रार्थना पत्र सौंपते हुए की बिजली विभाग किसी के भी साथ षड्यंत्र करके fir दर्ज कर सकता है झूठे आरोप लगाकर तो एक आम आदमी अपना बचाव कैसे करेगा मुख्य अभियंता ने अपने हाथ खड़े कर लिए बोले हम इस संबंध में कुछ भी नहीं कर सकते जो जेई करेगा हमें उसके अनुसार कार्रवाई करनी पड़ेगी यानी की बिजली विभाग के जेई और संविदा कर्मचारी एक तरह से लुटेरों की गैंग बनकर आम जनता को लूट रहे हैं डकैती डाल रहे हैं अपनी पावर का इस्तेमाल करके आम आदमी के पास कुछ नहीं है कोई पावर नहीं है उसके लिए कोई थाना नहीं बना है कि जहां पर वह इन डकैतों के खिलाफ अपनी रिपोर्ट दर्ज करवा सके संस्था अध्यक्ष ने कहा कि बिजली विभाग की यह पहली शिकायत नहीं है इससे मिलती-जुलती कई शिकायतें संस्था के पास आ चुकी हैं जिसमें बिजली विभाग के संविदा कर्मी व जेई पूरी मनमानी कर रहे हैं और उच्च अधिकारी उनको पूरा संरक्षण दे रहे हैंपुलिस विभाग किसी भी सरकारी कर्मचारी चाहे वह कितना भी बड़ा दोषी हो उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने को नहीं तैयार है ऐसी हालत में एक आम आदमी को क्या करना चाहिए उपभोक्ता को क्या करना चाहिए बड़ा सवाल सरकार के ऊपर खड़ा होता है इधर सरकार और करोड़ों रुपए खर्च करके अपना प्रचार कर रही है कि हमने बिजली से संबंधित तमाम योजनाएं जनता को लाभ पहुंचाने के लिए दे रखी है क्या वह योजनाएं जनता को मिल रही है उन योजनाओं के नाम पर जनता को मिल रहे हैं फर्जी मुकदमे और उन मुकदमों के जरिए मोटी उगाही की जा रही है पीड़ित घनेंद्र यादव से बिजली विभाग दंड के स्वरूप एक लाख रुपए की मांग कर रहा है अगर वह ₹100000 देने में असमर्थ है तो उन्हें बिजली कनेक्शन नहीं मिलेगा यह साफ-साफ बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों ने कहा है चाहे जुर्म किया हो या ना किया हो दंड आम आदमी को भुगतना है यह है उत्तर प्रदेश की सरकार की बिजली व्यवस्था संस्था अध्यक्ष ने कहा की बढ़ती मीटर में रीडिंग बढ़ाने की बहुत सारी शिकायतें संस्था के पास आई हुई है इसको लेकर संस्था बिजली विभाग के खिलाफ आंदोलन छेड़ने को बाध्य होगी।