पिता ने डांटा तो सातवीं के छात्र ने रचा अपहरण का ड्रामा

बरेली। त्रिवटीनाथ संस्कृत महाविद्यालय के सातवीं कक्षा के छात्र ने अपने ही अपहरण का ड्रामा रचकर सनसनी फैलाने की कोशिश की। जांच और बयानों से उसकी पोल खुल गई। उसे परिवार की सुपुर्दगी में दे दिया गया। प्रेमनगर के बालाजी नगर निवासी सुभाष चंद्र शर्मा का 13 साल का बेटा शुभ शर्मा त्रिवटीनाथ संस्कृत महाविद्यालय में कक्षा सात का छात्र है। सुभाष ने एसएसपी के यहां पत्र देकर बताया कि सोमवार सुबह उनका बेटा शुभ पैदल विद्यालय जा रहा था। बेटे ने बताया कि गुलाबनगर के पास बाइक सवार दूसरे समुदाय के दो लोगों ने उसका अपहरण कर लिया। दोनों शुभ को लेकर बरेली जंक्शन पहुंचे। जंक्शन पर वह उसको खींचकर ट्रेन की ओर ले जा रहे थे। किसी तरह वह उनके चंगुल से छूटकर भाग निकला। वहां बदायूं निवासी आशीष व पुनीत ने शुभ को जीआरपी थाने में सौंपकर चाइल्ड लाइन को सूचना दी। चाइल्ड लाइन की सूचना पर परिजन मौके पर पहुंचे और बेटे को ले आए। एसएसपी दफ्तर के निर्देश पर प्रेमनगर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला व बच्चे से बात की तो मामला फर्जी निकला। सुभाष चंद्र शर्मा ने बताया कि बेटे को संस्कृत विद्यालय में पढ़ाकर उसे कथा वाचक या कर्मकांडी ब्राह्मण बनाना चाहते हैं। इस बीच उन्होंने पाया कि बेटी उनकी जेब से रुपये निकाल लेता है। उन्होंने उसे डांटा तो उसने ऐसी हरकत करके सहानुभूति पाने की कोशिश की।