संदिग्ध परिस्थितियों मे युवती ने लगाई फांसी मौत

रायबरेली।शासन के लाख कोशिशों के बाद भी बहन बेटियों महिलाओं पर अत्याचार कम होने का नाम नहीं ले रहा,जिनके भरोसे बेटियों को भरोसा दिलाया जाता है,वही भरोसा भी तोड़ रहे है।प्रदेश के मुखिया लगातार प्रशासनिक अधिकारियों को बेटी महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचारों को गंभीरता से लेने की बात करते है,लेकिन कुर्सी पर बैठे नुमाइंदे आदेश पर रुख करना मुनासिब नहीं समझते।बेटियों की सुरक्षा को लेकर जनपद पुलिस कितना सक्रिय है ट्वीटर, फेसबुक और समाचार पत्रों में देखने को मिल जायेगा।लेकिन हकीकत इससे उल्टा है,जबकि बीते बुधवार को भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी सहित प्रभारी मंत्री से मिल एरिया पुलिस की शिकायत की थी।लेकिन हालातों में सुधार नहीं हुआ।बेटियों से संबंधित एक मामला गदागंज का प्रकाश में आया,जहां थाना क्षेत्र के अंतर्गत युवती ने संदिग्ध परिस्थितियों में कमरे फांसी लगा कर जीवन लीला समाप्त कर लिया।गुरुवार की सुबह परिजन अपने काम से बाहर गए थे।उनकी बेटी नैंशी घर पर अकेली थी।सुबह के समय युवती ने फांसी लगाकर जीवन लीला को समाप्त कर लिया।फांसी की खबर सुनते ही परिजनों के होश उड़ गए और गांव में हड़कम्प मच गया।गौरतलब हो की थाना गदागंज क्षेत्र के सुदामापुर गांव की रहने वाली नैंसी पुत्री श्री राम उम्र लगभग 21 वर्ष अपने घर मे छत के हुक से फाँसी लगा लिया।बताते चले की मृतका घर में अपने माता पिता के साथ रहती थी।घटना की जानकारी पुलिस को दी गई,मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया।वही ग्रामीणों की माने तो युवती का गांव के ही युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था।शारदीय नवरात्र में युवती की गोद भराई रस्म भी तय था।वही थाना प्रभारी ने पीएम रिपोर्ट आने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया है।युवती की मौत बारे में जानकारी जुटना ग्रामीणों से पूछना उचित नहीं समझा,जिससे की बेटियों को न्याय मिल सके।