चंदौली-शिक्षण संस्थानों में भ्रमण कर बीजेपी नेताओं द्वारा छात्र-छात्राओं को बनाया जा रहा भाजपा का मेंबर, नीतियों से कराया अवगत

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय

चंदौली- एक तरफ सरकार द्वारा जहां सर्व शिक्षा अभियान के तहत छात्र छात्राओं को अच्छी शिक्षा देने की पहल की जा रही है। जिससे पढ़ लिख कर देश के भविष्य कहे जाने वाले बच्चे अपने नई ऊंचाइयों को छू सकें और परिवार के साथ जनपद का भी नाम रोशन करें। लेकिन ऐसा तब होगा जब उनको किसी राजनीतिक दल के योजनाओं के साथ-साथ उनके नीतियों को बताने की वजह उनके विषयों को पढ़ाया जाएगा। तभी बच्चे पढ़ लिखकर आगे बढ़ सकते हैं।

कुछ ऐसा ही चंदौली जनपद में भी देखने को मिल रहा है जहां वर्तमान में भाजपा के केंद्र सरकार के 9 साल पूरे होने पर पार्टी के निर्देशानुसार घर-घर संपर्क अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत लोगों को भाजपा के नीतियों के बारे में बताया जा सके और उनके मोबाइल से मिस कॉल करा कर उन्हें बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कराई जा सके। लेकिन बीजेपी के नेताओं द्वारा ऐसा करना संभव कहां है। फोटो बाजी करने वाले सफेदपोश नेता और कुछ जनप्रतिनिधि केवल एक जगह इकट्ठा होकर कोरमपूर्ति कर प्रदेश व केंद्रीय कार्यालय पर फोटो भेजते हैं।

लेकिन वही यह भी देखने को मिला कि एक तरफ जहां सरकारी और प्राइवेट विद्यालयों में पढ़ाई के दौरान छात्र-छात्राओं को सफेदपोश नेताओं के साथ-साथ कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा मिलकर जनपद के एक चर्चित महाविद्यालय में पहुंचकर बीजेपी के योजनाओं को बताने के साथ ही साथ उन्हें भाजपा के नंबर पर मिस्ड कॉल भी करवाया गया और उन्हें बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कराई गई। और सभी छात्र छात्राओं के हाथों में भाजपा की नरेंद्र मोदी और सीएम योगी की तस्वीर लगे बैनर को देखकर फोटो खींचवाया गया। हालांकि फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के साथ ही लोग भी अब तरह-तरह के सवाल खड़े करने लगे हैं। और क्षेत्रीय लोगों के साथ-साथ छात्र छात्राओं के अभिभावकों का भी कहना है कि नियम के अनुसार देखा जाए तो छात्र छात्राओं के साथ ऐसा करना इन राजनीतिक दल के लोगों और सफेदपोशों को बिल्कुल भी शोभा नहीं देता और नियम के खिलाफ यह करना बिल्कुल गलत है।

और सबसे बड़ी चीज यह है कि सदस्यता ग्रहण कराना तो दूर प्राइवेट और सरकारी विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को मोबाइल लेकर के जाना सख्त मना है, और इन सबके बीच छात्र और छात्राओं को मोबाइल देकर मिस्ड कॉल कैसे कराया गया और उन्हें सदस्यता कैसे ग्रहण कराई गई।