बीएसए द्वारा किया गया परिषदीय एवं कस्तूरबा गाॅधी आवासीय बालिका विद्यालय  का औचक निरीक्षण

(देवरिया)जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शालिनी श्रीवास्तव ने आज अपराह्न 12.30 बजे से 2.10 बजे तक विकास क्षेत्र देवरिया में अवस्थित 04 परिषदीय विद्यालयों एवं विकास क्षेत्र भलुअनी में अवस्थित 01 कस्तूरबा गाॅधी आवासीय बालिका विद्यालय का औचक निरीक्षण किया।
कस्तूरबा गाॅधी आवासीय बालिका विद्यालय भलुअनी का औचक निरीक्षण 2.10 बजे किया गया । निरीक्षण के समय विभा गुप्ता एवं निर्मला, रसोईया उपस्थित पायी गयी। सुधा पासवान एवं प्रियंका , फूल टाईम टीचर उपस्थित थी। लेखाकर , समृद्धि गुप्ता बिना किसी सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित पायी। इनके अनुपस्थिति का कोई आवेदन विद्यालय पर उपलब्ध नहीं पायागया। विद्यालय में कुल लक्षित नामांकन 100 के सापेक्ष मौके पर मात्र 18 बच्चे उपस्थित मिले। वार्डेन प्रिति कुमारी विद्यालय से अनुपस्थित पायी गयी। उपस्थित कर्मियों द्वारा बताया गया कि उनके बच्चें को चोट लग जाने के कारण डाक्टर से परामर्श हेतु देवरिया गयी है। विद्यालय में आवागमन पंजिका नहीं पाया गया। विन्ध्सावासनी , अनुचर अवैतनिक अवकाश पर थी। सी0सी0टी0वी0 कैमरा चालू हालत में पाया गया। जेनरेटर खराब स्थिति में पाया गया। एक बच्ची द्वारा बताया गया कि कूलर में करेंट आता है । बच्चियों को नियमित रूप से दवा न मिलने की शिकायत पायी गयी। विद्यालय में अनाधिकृत रूप से दो गैस सिलेंडर रखे हुए पाये गये। बाथरूम की साफ-सफाई ठीक नहीं पायी गयी। बाथरूम की टोटी टूटी हुई पायी गयी। कक्षा 7 के कमरे के तीन पंखे खराब स्थिति में पाये गये। बच्चों द्वारा बताया गया कि इनको दूध नहीं मिलता है। बच्चें के सोने वाले कमरे में ट्यूबलाईट खराब पाया गया। निरीक्षण में उक्त प्रकार की पायी गयी कमियों के दृष्ट्गित् यह प्रतीत होता है कि वार्डेन, लेखाकार एवं फूलटाईम टीचर द्वारा अपने कर्तव्यों के प्रति सजग नहीं है तथा सौपे गये कार्यो एवं दायित्यों का निर्वहन सुचारू रूप से नहीं किया जा रहा है। जबकि पूर्व में कई बार व्यवस्था को ठीक रखने हेतु कड़ा निर्देश भी दिया जा चुका है। निरीक्षण में उक्त पायी गयी कमियों के सापेक्ष वार्डेन, लेखाकार एवं सभी फूलटाईम टीचर का मानेदेय अग्रिम आदेश तक बाधित किया जाता है एवं निर्देशित किया जाता है कि निरीक्षण में पायी गयी कमियों का निस्तारण एक सप्ताह के अंदर दूर कराकर आख्या/स्पष्टीकरण अधोहस्ताक्षरी कार्यालय को उपलब्ध करावें।
प्राथमिक विद्यालय पार्वतीपुर देवरिया सदर का निरीक्षण 12.20 पर किया गया। विद्यालय के निरीक्षण में कुल नामांकन 117 के सापेक्ष 61 बच्चें उपस्थित पाये गये । सभी अध्यापक उपस्थित थे। बच्चों की शिक्षा गुणत्ता मानकानुसार पायी गयी। सभी बच्चों को पुस्तकें वितरित हुई पायी गयी। सभी बच्चें ड्रेस, जुता एवं मोजा में पाये गये। विद्यालय की शैक्षिक वातावारण काफी अनुकुल पाया गया।
प्राथमिक विद्यालय बैरौना विकास क्षेत्र- देवरिया का निरीक्षण 12.50 बजे किया गया। विद्यालय के निरीक्षण में शिक्षा की गुणवत्ता में काफी कमी पायी गयी। विद्यालय में कुल 08 अध्यापक/शिक्षा मित्र कार्यरत है। जिसमें 05 अध्यापक एवं 03 शिक्षा मित्र है। प्रधानाध्यापिका श्रीमती शीला चर्तुवेदी को छोड़कर सभी उपस्थित थे। श्रीमती शीला चर्तुवेदी किस कार्य से विद्यालय से बाहर गयी थी, न तो उनका उपस्थित पंजिका पर आवेदन था और न ही पत्र व्यवहार पंजिका पर कोई विवरण अंकित था। कक्षा 02 में कुल नामांकन 55 बताया गया जबकि मौके पर 09 बच्चे उपस्थित थे। कक्षा 02 के बच्चें अग्रेजी नहीं पढ़ पा रहे थे। कक्षा 1 में कक्षा 02 की निपुण तालिका टगें हुई पायी गयी। कक्षा 2 के बच्चों के अधिगम क्षमता बहुत ही न्यून पायी गयी। सभी उपस्थित बच्चों को पुस्तकें वितरित पायी थी। बच्चों द्वारा बताया गया कि भोजन में तहरी बना हुआ मिला है। शौचालय की साफ-सफाई बहुत ही खराब स्थिति में थी तथा विद्यालय के प्रांगण में काफी गंदगी पायी गयी। विद्यालय में कुल नामांकन 143 बताया गया जबकि मौके पर मात्र 43 बच्चें ही उपस्थित थे। उपस्थित अध्यापकों को निर्देशित किया गया कि सभी कक्षा में कक्षा के अनुसार निपुण तालिका लगाया जाए। सहायक अध्यापक श्रीमती दीक्षा द्वारा विद्यालय में अपने बच्चे को लेकर आया गया था जिसपर उनकों कड़ी चेतावनी दी गयी कि भविष्य में इसकी पुनरावृत्ति पाये जाने पर कड़़ी कार्यवाही की जायेगी। विद्यालय के प्रांगण की साफ-सफाई न होने, शौचालय गंदा पाये जाने, नामांकन के सापेक्ष बच्चों की कम उपस्थिति , बच्चों की अधिगम क्षमता न्यून पाये जाने, बिना पत्र व्यवहार पंजिका में अंकित हुए विद्यालय से बाहर रहने की दशा में प्रधानाध्यापक श्रीमती शीला चर्तुवेदी से स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया जाता है ।
कम्पोजिट विद्यालय गुद्दी चकिया बारीपुर- देवरिया सदर का औचक निरीक्षण अपरान्ह् 1ः30 बजे किया गया। प्राथमिक विद्यालय में नामांकित 96 के सापेक्ष 04 एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय में कुल नामांकन 60 के सापेक्ष 15 बच्चें उपस्थित पाये गये। निरीक्षण के समय सभी अध्यापक उपस्थित पाये गये। श्रीमती पूनम , सहायक अध्यापिका मात्र 04 बच्चों को विज्ञान कक्ष में पढ़ाते हुए पायी गयी। कक्षा 7 में कोई भी बच्चा उपस्थित नहीं था। बच्चों की अधिगम क्षमता एकदम न्यून पाया गया। गणित का छोटा सा सवाल पुछने पर कोई भी बच्चें नहीं बता पाये। डी0बी0टी0 एवं परिवार सर्वेक्षण की प्रगति इस विद्यलाय की काफी खराब पायी गयी। मध्यान्ह् भोजन पंजिका में निरीक्षण के समय बच्चों की संख्या भरी हुई नही पायी गयी । शौचालय की स्थिति बहुत ही खराब पायी गयी। हैण्डवाॅस की व्यवस्था ठीक नहीं थी। बच्चों के हाथ धोने हेतु साबून भी नहीं पाया गया। निरीक्षण में पायी गयी कमियों के सापेक्ष यह प्रतीत होता है कि प्रधानाध्यापिका श्रीमती मिथिलेश देवी का प्रबंधन ठीक नहीं है और न ही अपने अध्यापको पर इनका नियत्रंण है। नामांकन के सापेक्ष बच्चों की उपस्थिति बहुत ही न्यून पायी गयी तथा उपस्थित बच्चों की अधिगम क्षमता एवं गुणवत्ता बहुत ही खराब पायी गयी। ऐसी दशा में प्रधानाध्यापिका को निर्देशित किया गया जाता कि निरीक्षण में पाय गयी कमियों को एक सप्ताह में दूर कराकर स्पष्टीकरण के साथ आख्या कार्यालय को उपलब्ध करावें।
कम्पोजिट विद्यालय पचैहा का निरीक्षण 2ः00 बजे किया गया। कुल नामांकन 79 के सापेक्ष 43 बच्चें उपस्थित पाये गये। प्रधानाध्यापक द्वारा बच्चों को भोजन में तहरी देने की बात कही गयी। प्रधानाध्यापक द्वारा बताया गया कि कुल 06 बच्चो का नवीन नामांकन किया गया है। बच्चों में पुस्तकों का वितरण पाया गया। विद्यालय के दीवाल का प्लाटर टूआ हुआ पाया गया जिसपर प्रधानाध्यापक को दो दिन के अंदर ठीक कराने हेतु निर्देशित किया गया। सोमवार को बच्चों को कोई फल वितरित नहीं किया गया था।