ब्रह्मद्रोही - सदर विधायक अनिल प्रधान ने औदहा गांव के पीड़ित दलित परिवार  सहित निर्दोष ब्राम्हण को बनाया था अपनी राजनीति का शिकार

ब्रह्मद्रोही - सदर विधायक अनिल प्रधान ने औदहा गांव के पीड़ित दलित परिवार सहित निर्दोष ब्राम्हण को बनाया था अपनी राजनीति का शिकार

जनपद चित्रकूट के पहाड़ी थाना क्षेत्र औदहा गांव में 2 जून 2022 लगभग 11 माह 24 दिन पहले एक दलित परिवार ने अपने तहरीर में अरछा बरेठी निवासी नदीम निवासी प्रयागराज और विपुल मिश्रा को अपनी बेटी के साथ दुष्कर्म और जान से मारने के मामले में दोसी बताते हुए मामला दर्ज करवाया था जिस पर संबंधित थाना प्रभारी अजीत कुमार पांडेय ने जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की बात कहते हुए आनन फानन मामला पंजीकृत कर नदीम नामक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया जबकि विपुल मिश्रा के संलिप्तता पाए जाने की पुष्टि नही हो सकी।

*ब्रह्मद्रोही अनिल प्रधान का कुचक्र*

मामले की निष्पक्ष जांच सदर विधायक ब्रह्मद्रोही अनिल प्रधान सहित तमाम जातिवादी लोगो को नागवार गुजरी और पंहुच गए विधायक जी पीड़ित परिवार की मृत बेटी की मौत का राजनीतिकरण करने।
पीड़ित परिवार को लालच बड़ी रकम मिलने जैसे तमाम झांसे दिए और मानवतावादी विपुल मिश्रा को अपने सियासत का शिकार बनाने का सफल प्रयास किया । काफी हद तक सफलता मिली लाव-लश्कर देख और धरने पर बैठे नव निर्वाचित ब्रह्मद्रोही विधायक अनिल प्रधान , नव निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य मीरा भारती सहित वो सभी जिनको सही गलत का कोई सरोकार नही उनके जीवन मे सिर्फ सियासत है । प्रशासन पर दबाव बनाते हुए तत्काल विपुल मिश्रा को जेल भेजने पर सहमति बनी और निर्दोष विपुल मिश्रा के ऊपर धारा 376,302 लगाकर जेल भेज दिया गया ।

*सत्य परेशान हो सकता है लेकिन पराजित नही*

मई 2023 को विधि विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट में 7 माह 15 दिन बाद म्रतक बेटी के असल गुनाहगार मृतका की माँ, पिता और नाना को जांच टीम प्रभारी क्षेत्राधिकारी राजापुर शीतला प्रसाद पांडेय ने माना और तीनों को गिरफ्तार करने के लिए पहाड़ी थाना के जाबाज उप निरीक्षक राहुल पांडेय को लगाया जिनके बेहतर सूझ बूझ से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर 24 मई 2023 को जेल भेज दिया गया।

*चित्रकूट सदर क्षेत्र की बदबूदार राजनीति*

अगर ऐसे लोग राजनीति में ज्यादा दिन रहे तो चित्रकूट में ऐसा कोई नही बचेगा जो ये कहे कि मेरे ऊपर एस सी-एस टी एक्ट सहित तमाम ऐसे अभियोग पंजीकृत नही है।