क्रय केंद्रों पर पसरा सन्नाटा, व्यापारियों से गेहूं बेच रहे किसान

इटियाथोक,गोंडा। ब्लॉक क्षेत्र में गेहूं खरीद केंद्रों पर सन्नाटा पसरा हुआ है।इसकी वजह काश्तकार सरकारी तंत्र की लंबी लाइन से बचने के लिए अपने खेतों से ही अच्छे दाम पर गेहूं व्यापारियों को बेंच रहे हैं।जानकारों की मानें,तो बाजार में गेहूं की मांग बढ़ने पर दाम भी काफी बढ़ गए हैं।।रवी की फसल का सरकारी दाम 2125 रुपए हैं, जबकि व्यापारी खेत से ही किसानों की उपज को 2150 रुपए से ज्यादा का दाम देकर नकद खरीद रहे हैं।क्रय केंद्रों पर एक अप्रैल से गेहूं खरीद प्रक्रिया प्रारंभ हुई। गुरुवार को 27 वें दिन भी क्रय केंद्र नरौरा- भर्रापुर व परसिया बहोरी पुर पर सन्नाटा रहा।अभी तक कुल 36 कुंतल गेहूं खरीद हो पाई है।जबकि क्रय केंद्रों पर किसानों के बैठने के लिए शेड, पेयजल, आवश्यक सूचनाओं व बैनर खरीद पंजिका, बोरों की व्यवस्था, ई उपार्जन के लिए लैपटॉप, आईपैड इलेक्ट्रॉनिक कांटा, नमी मापक यंत्र, पंखा, छलना, पावर डस्टर व अन्य मूलभूत सुविधाएं मुहैया करा दिए गए हैं।किसानों के समर्थन मूल्य योजना के तहत 2125 रुपए प्रति कुंतल की दर से गेहूं खरीदा जा सके।यहां किसानों को गेहूं की उतराई छनाई व सफाई में आने वाला 20 रुपए प्रति कुंतल देना होगा।अयाह गांव के किसान देवी प्रसाद उर्फ राम केवल, विश्वनाथ व साधु कहते हैं,कि सरकारी क्रय केंद्रों पर तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।खेत में ही समर्थन मूल्य से अधिक भुगतान मिल जा रहा है।

क्रय केंद्रों पर प्रभारी मायूस

नरौरा भर्रापुर व परसिया बहोरीपुर के केंद्र प्रभारियों का कहना है, कि सरकार किसानों के गेहूं की खरीद के लिए एक अप्रैल से गेहूं क्रय केंद्र का संचालन शुरू करवा दिया है।संचालन शुरू हुए 27 दिन हो रहे हैं, लेकिन अभी तक केंद्र पर किसान अपनी फसल बेचने के लिए नहीं पहुंचे हैं।समय बीतता चला जा रहा है,पर लक्ष्य के अनुसार गेहूं की खरीद का कार्य नहीं हो पा रहा है।

जिम्मेदार के बोल

जिला विपणन अधिकारी प्रज्ञा मिश्रा ने बताया कि गेहूं खरीद के प्रयास किए जा रहे हैं। कर्मचारियों को निर्देश दिया गया है कि गांवों में जाकर किसानों से संपर्क करके गेहूं की खरीद करें।