उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधरी मुरादाबाद मंडल का पहला दौरा किया

उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधरी गुरुवार को मुरादाबाद मंडल के पहले दौरे पर थे। बिजनौर दौरे को पूरा करने के बाद शाम को वह डीआरएम दफ्तर में मीडिया से रूबरू हुए। उनका कहना था कि रेलवे लगातार आधुनिक तकनीक को बढ़ावा दे रहा है। समय के साथ ही रेलवे की तस्वीर बदल रही है। नए इकनॉमी कोच नई पटरियों पर आधुनिक तकनीक के साथ दौड़ रहे हैं। तकनीक को बढ़ावा देते हुए जनरल कोचों को भी अब वातानुकूलित कोचों में बदला जाएगा। रेल संचालन सुरक्षित बनाने के अलावा बाधारहित संचालन, आधुनिक सिग्नल प्रणाली और लंबे ब्लॉक को छोटे ब्लॉक में बदलने का काम तेजी से चल रहा है।

एसी एक्सप्रेस से बुधवार देर रात मुरादाबाद पहुंचे जीएम गुरुवार की सुबह ही अपने विशेष कोच से निकलकर से निरीक्षण कोच में सवार हो गए। जीएम ने गजरौला, चांदपुर स्याऊ, नजीबाबाद, बिजनौर रेलवे स्टेशनों पर साफ सफाई, संरक्षा आदि का जायजा लिया। मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर बंदोबस्त में लगे सीआईटी सहदेव, जितेंद्र कुमार रहे इस दौरान डीआरएम अजय नंदन, एडीआरएम एनएन सिंह, राकेश सिंह, सीनियर डीसीएम सुधीर सिंह समेत अन्य अधिकारी तथा स्टाफ मौजूद रहा। गरमी की छुट्टियों को ध्यान में रखते हुए रेल मुख्यालय जल्द ही समर स्पेशल ट्रेनें शुरू करने जा रहा है, ताकि इस दौरान रेल यात्रियों को परेशानी का सामना न करना पड़े। हालांकि इससे पहले जहां-जहां कंजेक्शन (ट्रैफिक का दबाव) है वहां यात्री ट्रेनों के बाधारहित संचालन के लिए काम हो रहे हैं। सिंगल लाइन को डबल, बड़े ब्लॉक को छोटे ब्लॉक सेक्शन में परिवर्तित करने के काम हो रहे हैं। इसके लिए एनआई और ब्लॉक लेकर तेजी के साथ काम कराए जा रहे हैं। कहा कि आने वाले दिनों में मालगाड़ियों की लोडिंग बढ़ेगी। इसके के लिए रेल खंड (सेक्शन) की क्षमता में तेजी से वृद्धि की जा रही है, ताकि रेलवे ज्यादा सामान ढोने के साथ यात्रियों को भी जल्दी पहुंचाए।जीएम उत्तर रेलवे ने वंदे भारत ट्रेन के मुरादाबाद मंडल में भी चलाने की बात कही। पर जोड़ा कि वंदे भारत ट्रेन कब चलेगी, अभी बता नहीं सकते। हालांकि कहा कि वंदे भारत के लिए रैक मंगाए जा रहे है। रैक तैयार करने के लिए दो कंपनियां चिह्नित की गई हैम। कोविड के समय में रेलवे द्वारा टिकट में रियायत समेत अन्य हटाई गई सुविधाओं के बहाल होने के बारे में पूछने पर जीएम ने इसे नीतिगत मामला बताकर कुछ कहने से इंकार कर दिया।