चकिया-सपा से बगावत कर आम आदमी पार्टी के हुए अजय गुप्ता, समर्थकों संग पहुंचकर किया नामांकन

? नामांकन के अंतिम दिन पर्चा दाखिल कर ठोका ताल
? अजय के बगावत से सपा का खेल बिगड़ने के कयास
? सपा नेता रवि प्रकाश चौबे ने भी निर्दल किया नामांकन
? अंतिम दिन पर्चा दाखिल करने वालों की मची रही होड़

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

चकिया- आखिकार का जिस बात का डर था? वहीं हुआ। जी हां? सपा से टिकट के दावेदार रहे अजय गुप्ता टिकट कटने के बाद पाला बदल लिया और झाड़ू हाथ में थाम लिया। जिससे सपा प्रत्याशी पूर्व चेयरमैन मीरा जायसवाल का समीकरण बिगड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही सपा नेता व पूर्व चेयरमैन रीता चौबे के पति रवि प्रकाश चौबे ने भी निर्दल प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन कर दिया है। सोमवार को पहले चरण के नामांकन के अंतिम दिन पर्चा दाखिल करने वालों की होड़ मची रही।
नगर निकाय चुनाव के मद्देनजर पांच साल पीछे चलते हैं तो पाते हैं कि व्यापार मण्डल के पूर्व अध्यक्ष अजय गुप्ता भाजपा से टिकट के दावेदार थे लेकिन टिकट न मिलने के कारण सपा में आ गए और पांच साल तक अपने को मजबूत दावेदार मानकर खूब मेहनत करते रहे। जब नगर निकाय चुनाव की डुगडुगी बजी तो अन्य दावेदारेां के साथ ही साथ अजय गुप्ता ने भी सपा से अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी ठोक दिया। काफी जदृदोजहद के बाद आखिरकार रविवार की देर रात तक यह बात आग की तरफ फैल गई कि सपा ने अपना उम्मीदवार पूर्व चेयरमैन मीरा जायसवाल को बनाया है? हालांकि आधारिक घोषणा सोमवार की भोर में हुआ। टिकट न मिलने की बात सुनते ही अजय गुप्ता के समर्थकों में मायूसी छा गई और कुछ समय के लिए अजय गुप्ता भी गुमशुम हो गए। लेकिन समर्थकों के राय मशविरा करके आम आदमी पार्टी के सिम्बल पर चुनाव लड़ने की घोषणा सोमवार को सुबह दस बजे तक कर दी। इसके बाद पूरे लाव लश्कर के साथ आम आदमी पार्टी के नेता विरेन्द्र सिंह एड० के नेतृत्व में पर्चा दाखिल कर चुनावी रण में ताल ठोक दिया। अजय गुप्ता के आम आदमी पार्टी से चुनावी रण में उतरने के बाद सभी दलों के समीकरण एकाएक बिगड़ जाने का अंदेशा राजनीतिक पंडित लगाने लगे हैं। खास बात तो यह है कि सपा उम्मीदवार के लिए एक बार फिर से अपने समीकरण को साधने में काफी मशक्कत करने की बात उठने लगी है। क्योंकि दूसरी ओर सपा से दावेदार रहे रवि प्रकाश गुप्ता भी निर्दल मैदान में उतर चुके हैं। अब देखना यह कि सपा से बगावत करने वाले दावेदारों के मान?मनौव्ल का दौर चलता है तो किस हद तक सफलता मिलती है? लेकिन अजय गुप्ता के आम आदमी पार्टी से उतर जाने के बाद राजनीतिक पारा अचानक से बढ़ गया है।

*सपा के दावेदार रहे रमेश गुप्ता ने भी किया नामांकन*
चकिया चन्दौलीं। सपा के दावेदार रहे अजय गुप्ता व रवि प्रकाश चौबे ही नहीं रमेश गुप्ता ने भी निर्दल नामांकन किया है। पिछले नगर निकाय चुनाव में भाजपा से बगावत कर निर्दल चुनाव के रूप लड़े रमेश गुप्ता ने मजबूती से उपस्थिति दर्ज कराई थी। जितने वोटों से भाजपा हारी थी उससे कुछ अधिक वोट रमेश गुप्ता ने झटक लिये थे। जिससे कई तरह की चुनावी बाते उठ रही हैं। हालांकि सही तस्वीर नाम वापसी के बाद ही दिखाई देगी।

*भाजपा में भी बगावत की की स्थिति*
चकिया। पिछली बार भाजपा से मैदान में उतरे राजकुमार जायसवाल की पत्नी चंदा जायसवाल भी निर्दल प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया हुआ है। चुनाव हारने के बाद भी राजकुमार जायसवाल पांच साल से राजनीतिक तौर पर सक्रिय रहे और उनकी पत्नी चंदा जायसवाल नामित सभासद भी रहीं। भाजपा से टिकट के दावेदारों में राजकुमार जायसवाल भी शामिल थे? लेकिन टिकट न मिलने के बाद उनकी पत्नी चंदा जायसवाल ने निर्दल पर्चा दाखिल किया है। जिससे भाजपा में भी बगवात की स्थिति बनी हुई है।