फर्जी पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट का भंडाफोड़ संचालक और प्रिंसिपल गिरफ्तार

बरेली पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने पीलीभीत बाईपास पर फर्जी दस्तावेजों के सहारे संचालित पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट का भंडाफोड़ किया है। रिपोर्ट दर्ज करने के साथ ही इंस्टीट्यूट को सील कर पुलिस ने संचालक विनोद यादव और प्रिंसिपल जगदीश चंद्रा को गिरफ्तार कर लिया। इधर, फर्जी संचालन की जानकारी होने पर छात्रों ने हंगामा किया।सीएमओ डॉ. बलवीर सिंह के मुताबिक मुख्यमंत्री कार्यालय से मिले निर्देश पर पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बृहस्पतिवार को बन्नूवाल कॉलोनी स्थित इंडियन पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट पर छापा मारा। पुलिस ने मौके से फर्जी संबद्धता प्रमाणपत्र, 12 एडमिट कार्ड,एक लैपटॉप और तीन मोबाइल कब्जे में ले लिए। देर शाम बैरियर दो चौकी के उपनिरीक्षक ब्रजपाल सिंह की तहरीर पर इज्जतनगर थाने में धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करने व अन्य संगीन धाराओं समेत 15 इंडियन मेडिकल काउंसिल एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। संचालक मेगा सिटी निवासी विनोद यादव, प्रेमनगर निवासी प्रिंसिपल जगदीश चंद्रा को गिरफ्तार कर लिया गया।जगदीश मूलरूप से उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर की आदर्श कॉलोनी का रहने छापे के दौरान टीम ने छात्रों को कॉलेज से बाहर कर दस्तावेज खंगाले। दो घंटे तक चली जांच के बाद आरोपियों को हिरासत में लेकर टीम इंस्टीट्यूट में ताला लगाकर चली गई। छात्रों को इंस्टीट्यूट के फर्जीवाड़े का पता चला तो वे आक्रोशित हो गए। उन्होंने संचालक के खिलाफ नारेबाजी की। अब तक जमा की गई फीस वापस कराने की मांग उठाई। छात्र फारुख खान अजीम प्रीति प्रिंयका अमान खान तपेंद्र आदि का कहना था कि कोर्स के अनुसार 80 हजार से 2रुपये तक फीस वसूली गई है।