Kanpur-(Dr. Balaji Awasthi)-बरईगढ़ झील से हो रहे खनन पर मीडिया के लोगों पर उठ रहे प्रश्न चिन्ह......

साढ़- दबंगी के दम पर आठ दिनों से लगातार हो रहा अवैद्ध खनन.....

:-पुलिस ले रही है मोटी रकम इसी लिए नहीं दिख रहा अवैद्ध खनन....

:-सरकारी तंत्र पूरी तरह मौन, राम-गगा नहर पटरी भी हुई क्षति ग्रष्त.....

कानपर। जनपद कानपुर दक्षिण के थान साढ़ क्षेत्र मे बर्तमान मे डिफेंश कारीडोर का काम तेजी से चल रहा है जिसके बहाने पिछले आठ दिनों से लगा-तार साढ़ कश्बा के चारों तरफ से अवैद्ध रूप से मिट्टी खनन कर के आस-पास विभिन्न स्थानों मे डाली जा रही है साथ ही दबंगी की दम पर होते अवैद्ध खनन पर कोई मुह नही खोल रहा यहां तक आज से एक माह पहले जब इसी बरई गढ़ झील से मिट्टी खनन हो रहा था तब कानपुर के एक प्रतिष्ठित अखवार ने लगातार मिसन बना कर ऐतिहासिक झील को खतरा बताते हुए लगातार चार से पांच दिन खबर लिखी गयी थी परंतु इस बार दबंगों के चलते उक्त अखवार और रिपोर्टर को झील सहित नहर पटरी मे अब कोई खतरा नही नजर आ रहा है इसी लिए क्षेत्र की ऐसी पत्रकारिता पर भी लोग सवालिया निसान लगा रहे हैं
साढ़ क्षेत्र में करीब बीस एकड़ से अधिक भूमि की अवैद्ध खनन कर के मिट्टी पुराई का कार्य पिछले आठ दिनो से रातों रात किया जा रहा है सुबह रोड के किनारे जहां सात से आठ फीट की गहराई होती थी वहां रोड से भी उंचाई मे मिट्टी जमा मिलती है खास बात है कि यह खनन रात में ज्यादा किया जाता है सरकारी परमी शन का दुर्प्रयोग कर यह मिट्टी इधर से उधर पहुंचाई जा रही है दबंगी से चल रहा अवैध खनन का कारो बार का सिल सिला साम होते ही शुरू हो जाता है पास के बहाने जरूरत से ज्यादा मिट्टी की खुदाई करके इन वाहनों के जरिए रात में क्षेत्र के पचासों स्थानों मे आपूर्ति की जाती है वही कॉरिडोर के बहाने मिट्टी की अवैध खुदाई की शिकायत जिला अधिकारी तक है परंतु इसी महीने पिछले आठ दिनों से क्षेत्र मे चल रहे अवैद्ध खनन पर जिला अधिकारी सहित अभी तक किसी अधिकारी का ध्यान नही पहुंच रहा अथवा पहुंचाया जा रहा है कुछ भी हो परंतु बर्तमान मे साढ़ क्षेत्र के बरईगढ़ झील, असवा नगर, नेवादा, चिरली, सचौली, कुंदौली, सहित आस-पास के दर्जनों गांवो से अवैद्ध ठंग मिट्टी का खनन कर के साढ़ क्षेत्र मे रातों-रात पूर्ति की जा रही है जिसमे बर्तमान मे साढ़ क्षेत्र की स्थितियां पूरी तरह खनन माफियाओं के हांथ मे हैं जहां रात नौ बजे से शुबह छै बजे तक पुलिस रोड पर नहीं निकलती यही कारड़ है क्षेत्र अपराध भी बहुत तेजी से बढ़ते जा रहे है अगर किसी आम नागरिक का पुलिस के पास अवैद्ध खनन की सिकायत भी आती है तो उसका नम्बर पुलिस तुरंत खनन माफियां दबंगो को पहले दे देते है जिससे माफिया उसे अपनी भाषा मे समझा देते है जिसके बाद फिर वह कभी पुलिस को फोन नहीं करता है और हमेसा के लिए शान्त होकर बैठ जाता है जिला खनन निरीक्षक के पास भी फोन करने का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है क्षेत्र मे अब सबसे अधिक चर्चा तो उक्त प्रतिष्ठित अखवार व रिपोर्टर की है जिसे एक माह पूर्व बरई गढ़ झील का अष्तित्व खतरे मे नजर आ रहा था और पता नहीं ऐसा क्या हुआ कि एक माह बाद अब बरई गढ़ झील तरफ निगाह भी उठ रही है लोग कह रहे है कि ऐसी पत्रकारिता किस काम की ।