वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के गर्भ में बसे कैची कोट मंदिर में हुआ महायज्ञ का आयोजन।

  • यज्ञ के पहले दिन कलस यात्रा में लगभग एक हजार कन्याओं ने लिया भाग।
  • ग्रामवासी एवं क्षेत्रवासियों के सहयोग से हो रहा यह यज्ञ।

वाल्मीकि नगर से अभिमन्यु कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।

वीटीआर के गर्भ में बसी कैची कोट मंदिर में श्री श्री 1008 श्री जय मां शक्ति एकादस कुंडीय तांत्रिक सहस्त्र चंडी महायग की शुरुवात हुई है। इस महायज्ञ के पहले दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु भाग लिए। यह महायज्ञ ग्रामवासी एवं क्षेत्रवासियों के सहयोग से हो रहा है। बताते चले की जलयात्रा को 1000 कन्याओं के साथ मंदिर से शुरू होकर पूरे नौरंगिया दरदरी पंचायत को घुमाते हुए बेरई नहर के पास जलबोझी किया गया। इस महायज्ञ में जनप्रतिनिधियों का भी काफी सहयोग देखने को मिल रहा है। वही बताते दी की प्रवचन के लिए ब्राम्हणों की भी काफी उपस्तिथि देखने को मिल रही है, इस महायज्ञ के संचालक उमाशंकर जी ने बताया की इस महायज्ञ कराने के साथ भोजन भंडारा की भी व्यवस्था किया गया है। उन्होंने बताया इस महायज्ञ कराने का उद्देश्य है, की क्षेत्रवासियों में हमेसा सुख और शांति बना रहे। आगे उन्होंने यह भी कहा की एक बार दूर से आए इन ब्राह्मणों का भी परवचन के साथ इस महायज्ञ में अवश्य भाग ले। और महायज्ञ में अपनी भी भागीदारी निभाएं क्यू की इस यज्ञ की शुरुवात बहुत ही अच्छे ढंग से लोगो के सहयोग से ही हुआ है। और पूर्णावती भी आप सबों के सहयोग से होना सुनिश्चित है।