बरेली स्कूल में फीस न जमा होने के कारण स्कूल प्रशासन ने परीक्षा में रोका निराश होकर बच्चे ने की आत्महत्या

बरेली बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ उत्तर प्रदेश सरकार के इस अभियान की धज्जियां उड़ाने वाली एक दर्दनाक घटना घटने पर पैनी नजर सामाजिक संस्था की प्रदेश अध्यक्ष व रोहिलखंड प्रांत की उपाध्यक्ष आम आदमी पार्टी एडवोकेट सुनीता गंगवार ने उठाया एक बड़ा सवाल योगी सरकार के खिलाफ कल बरेली के दुर्गा नगर मैं एक ऑटो चालक अशोक गंगवार की बेटी जो की नवमी क्लास की छात्रा थी नवाबगंज के अभय राजपुर ग्राम के रहने वाले गरीब पिता अपनी बेटी के फीस न भर पाने के कारण स्कूल प्रबंधन ने उसे परीक्षा देने से वंचित कर दिया जिससे डिप्रेशन में आकर उस बच्ची ने खामोशी से गले में फंदा लगाकर अपने प्राण त्याग दिए उत्तर प्रदेश की यह है शिक्षा व्यवस्था शिक्षा बेची जा रही है महंगे दामों पर बेची जा रही है महंगे दामों पर बिकने वाली शिक्षा को कितने लोग खरीद सकते हैं कितने लोग अपने बच्चों को पढ़ा सकते हैं यह सवाल उठता है इधर योगी सरकार चिल्ला चिल्ला कर भाषणों में जुमलो में अपना गुणगान करते नहीं थकते पर नेताओं के चापलूस सरकारों का गुणगान कर रहे हैं और जमीन की हकीकत की वीभत्सता को देखकर सबका दिल दहल जाता है एक होनहार बच्ची जो पढ़ लिखकर कुछ बनना चाहती थी हो सकता वह डॉक्टर बनती इंजीनियर बनती है साइंटिस्ट बनती देश का नाम रोशन करती उसको खो दिया गया अगर ऐसे ही गरीब घरों में जन्मी प्रतिभाएं शिक्षा से वंचित रहने के कारण उन्हें हम खोते रहे तो देश के लिए इससे ज्यादा शर्म की कोई बात नहीं है शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार यह व्यवस्थाएं करना सरकार का काम है मगर बीजेपी सरकार काम करती है अपनी सरकारों का विस्तार करने का एन केन प्रकारेण किसी भी तरह सरकार बनाओ तोड़कर बनाओ एमपी एमएलए खरीदकर बनाओ अगर कहीं दूसरी सरकार बन गई है तो उसे बनने से रोको तांडव करो इन कामों में व्यस्त है जनता पर उत्पीड़न पर उत्पीड़न कर रही है जनता दहशत में खामोश है कि कहीं मुझ पर ही ना उल्टी कार्रवाई हो जाए आखिर इन सवालों का जवाब कोई तो लेगा हाल में दिल्ली में विश्व विख्यात दिल्ली की जनता के प्यारे शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया जी को इस जुर्म में बीजेपी सरकार ने जेल में डाला है कि उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूल इतने अच्छे क्यों कर दिए कि वहां के बच्चे गरीबों के बच्चे इंजीनियर बन रहे हैं यह है बीजेपी सरकार को डर है कि काम करोगे तो दूसरे प्रदेश की जनता भी मांग करेगी कि हमें भी दिल्ली सरकार जैसे अच्छे स्कूल चाहिए अत्याचार और भ्रष्टाचार में डूबी बीजेपी सरकार स्कूल कैसे दे सकती है वह तो दे सकती है अशिक्षित रहो 5 किलो राशन पर जिंदा रहो और कमल का बटन दबाते रहो क से कमल पढ़ने के अलावा कुछ और पढ़ने की जरूरत नहीं है यह है बीजेपी की वास्तविक शिक्षा नीति इसके लिए अब जनता को सोचना होगा सरकार को बदलना होगा।