5 किलो की दो गंभीर गांठ वाली प्रसूता का किया सफल ऑपरेशन, प्रसव भी सुरक्षित, जच्चा -बच्चा भी स्वस्थ, भीम सीएचसी डॉक्टर कमलनयन कराया मेडिकल कॉलेज स्तर का सफल ऑपरेशन

भीम से दुर्गाप्रसाद सिंघानिया की रिपोर्ट

राजसमंद 21 फरवरीअजमेर पाली भीलवाड़ा व राजसमन्द के भीम क्षैत्र के 4 जिलों के हजारों परिवारों के लाखों रोगियों की चिकित्सा सेवाओं का बोझ झेल रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भीम में लगातार चिकित्सा सेवाएं सुदृढ़ होती जा रही है। चार जिलों की सीमा पर स्थित भीम सीएचसी में न केवल भीम बल्कि अजमेर जिले के ब्यावर व टॉडगढ़ उपखण्ड पाली के रायपुर उपखण्ड भीलवाड़ा के बदनोर करेड़ा व आसीन्द तहसील के कई राजस्व गावों के हजारों परिवारों की चिकित्सा सेवाएं राजसमन्द के भीम सीएचसी पर ही निर्भर है। इसके साथ ही मगरा क्षैत्र प्रदेश का एक बड़ा एक्सीडेंट जोन भी है। जहां से गुजर रहे राष्ट्रीय राजमार्ग पर आये दिन गंभीर दुर्घटनाएं होती है। गत 3-4 वर्षो में विभिन्न विशेषज्ञयों की सेवाएं मिलने से सीएचसी स्तर होने के बावजूद भी यहां जिला चिकित्सालय एवं मेडिकल कॉलेज स्तर की चिकित्सा सेवाएं एवं सफल ऑपरेशन हो रहे है।

*5 किलो की दो गंभीर गांठो वाली प्रसूता का किया सफल ऑपरेशन*

मंगलवार को उपखण्ड के ही चोकहीरात निवासी 24 वर्षीय माया पत्नी नरेन्द्र सिंह को परिजन प्रसूति सेवाओं हेतु चिकित्सालय लेकर आये। माया के पूर्व में भी एक सिजिरियन प्रसूति हो चुकी है। मंगलवार को फिर दूसरी सिजिरियन प्रसूति के दौरान माया के ऑविरियन सिस्ट (गांठे) दोनों और थी। सीएचसी में बल्ड बैंक नहीं होने के बावजूद प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. कमल नयन शर्मा एवं नर्सिग स्टॉफ ने माया का पहले ऑविरियन सिस्ट (गांठे)े का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया। जिसमें 1 तीन किलो एवं दूसरी दो किलो की गांठ निकाली। जिसके बाद सफलतापूर्वक प्रसव कराया। डॉ. कमल नयन ने बताया कि आमतौर पर सीएचसी पर यह संभव नहीं होकर मेडिकल कॉलेज स्तर ही हो पाता है। परन्तु चिकित्सा अधिकारी निश्चेतन डॉ. बुद्धराम राजोरिया नर्सिग अधिकारी मनीष जोशी सुदर्शन व्यास मोनिका चौहान शमीम बानो नीतू कुमारी आदि के सहयोग से सफलतापूर्वक कराया। डॉ. कमल ने बताया कि आशा रक्त चाप की रोगी होने से यह ऑपरेशन हमारे लिए और भी चुनौतिपूर्ण था। परन्तु सफलतापूर्वक प्रसव कराया गया है। 3.50 किलो का बच्चा है जच्चा एवं बच्चा दोनों स्वस्थ है।

*200 से अधिक की प्रतिदिन प्रसूति ओपीडी*

4 जिलों की सीमाआें पर होने से यहां प्रतिदिन 200 से अधिक प्रसूताएं महिला रोगों से पीड़ित महिलाएं चिकित्सा सेवाओं हेतु आती है।

*आमजन कराये संस्थागत प्रसव*

खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं भीम चिकित्सालय प्रभारी कनिष्ठ विशेषज्ञ बाल रोग डॉ. प्रवीण कुमार सैनी ने बताया कि भीम चिकित्सालय की चिकित्सा सेवाएं लगातार बेहतर और सुदृढ़ होती जा रही है। राजकीय चिकित्सालय में प्रसव कराने से राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का भी लाभ मिलता है। आमजन को चाहिए कि सुरक्षित प्रसव के लिए संस्थागत एवं राजकीय संस्थानां में कराये।